
22 फरवरी 2021, वही दिन जब सोशल मीडिया के इतिहास में एक महायुद्ध दर्ज हो गया. यह कोई साधारण लड़ाई नहीं थी, बल्कि बागपत का 'चाट युद्ध' था, जिसने इंटरनेट पर तहलका मचा दिया था.आज, इस लड़ाई की चौथी बरसी है. इंटरनेट पर फिर से हंसी-मजाक और मीम्स की बौछार हो रही है.
कैसे छिड़ा था 'बागपत चाट युद्ध'?
आज से 4 साल पहले उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में ये घटना हुई थी. बागपत के बड़ौत बाजार में दो चाट दुकानदारों के बीच ग्राहकों को लुभाने को लेकर बहस शुरू हुई. कुछ ही देर में लड़ाई इतनी बढ़ गई कि लाठियां, सरिए और डंडे तक चलने लगे.पूरा बाजार रणभूमि में बदल गया और मौके पर जो भी था, उसने भी बहती गंगा में हाथ धो लिया. पुलिस को आखिरकार बीच-बचाव करके सबको थाने ले जाना पड़ा और मामला शांत कराना पड़ा।
'आइंस्टीन चाचा' की एंट्री और इंटरनेट पर धमाल
इस महायुद्ध के सबसे चर्चित योद्धा हरेंद्र सिंह बने, जिन्हें इंटरनेट ने 'आइंस्टीन चाचा' का खिताब दे दिया. नारंगी बालों और हरे कुर्ते में उनका लुक इतना अनोखा था कि लोगों ने उनकी तुलना अल्बर्ट आइंस्टीन से कर डाली. हालांकि, इस घटना के बाद उनके छोटे बाल वाली फोटो भी वायरल हुई थी, लेकिन लोगों के जहनों में वो अभी भी इस महायु्द्ध के धाकड़ योद्धा के तौर पर ही याद किया जाता है.
सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़
X, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर लोग फिर से 'बैटल ऑफ बागपत' को याद कर रहे हैं.आज 4 साल बाद भी लोग इस लड़ाई को याद करते हुए ठहाके लगा रहे हैं. देखिए कुछ मजेदार मीम्स.
किसी ने मजाकिया अंदाज में इसे थर्ड वर्ल्ड वॉर भी करार दिया.
चार साल बाद भी बागपत के चाट युद्ध की गूंज अभी भी सुनाई दे रही है.
ये युद्ध किताबों में क्यों नहीं
आइंस्टीन चाचा से जब उस लड़ाई के बारे में पूछा गया तो उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि आज भी लोग मुझसे उसी झगड़े के बारे में बात करते हैं. लोग कहते हैं कि इस उम्र में आपने बढ़िया काम किया, अपने बच्चों को बचाया. उन्होंने हंसते हुए कहा कि अब मेरी पहचान उसी लड़ाई से जुड़ गई है और लोग जहां भी मिलते हैं, चाट युद्ध की याद दिलाने लगते हैं.