
6 साल तक एक लड़की, लड़का बनकर रही. इस दौरान उसके साथ रहने वाले लड़कों को भी इस बात की भनक तक नहीं लगी. लड़की, लड़कों की तरह कपड़े पहनती थी, उन्हीं के अंदाज में सबकुछ करती. यहां तक उसने अपना नाम भी लड़कों वाला ही रख लिया था. केन्या की रहने वाली लड़की का मार्मिक वीडियो वायरल हो रहा है.
केन्या के नाइवासा की रहने वाली मैरी कोनसोलोटा वंगोई (Marry Consolota Wangoi) जब 10 साल की हुईं तब उन्होंने अपना नाम बदलकर जिमी रख लिया.
मैरी कहती हैं, 'परिवार में पांच बहन थे, पिता की जब मौत हुई तो मां प्रेग्नेंट थीं. तभी उनकी एक बहन ने स्कूल छोड़ दिया और एक घर में नौकरानी के तौर काम शुरू किया, ताकि घर का खर्चा और किराया निकाल सकें. मां प्रेग्नेंसी की वजह से काम करने में असमर्थ हो गई.' मैरी ने खुद भी काम करने का फैसला किया, वह गांव छोड़कर नैरोबी में आ गईं.
क्यों बनी लड़की से लड़का?
नैरोबी आकर मैरी ने यह महसूस किया कि लड़कियां सुरक्षित नहीं थीं. तभी 10 साल की उम्र में मैरी ने खुद का नाम बदलकर जिमी रख लिया और अपनी पहचान लड़कों की तरह बना ली.
मैरी ने कहा कि जिमी बनकर वह लड़कों के साथ ही रहती थीं, उन्हीं के साथ टाइम व्यतीत करती थीं. लड़कों के साथ रहते हुए उन्हें ड्रग्स की लत भी लग गई. लड़कों के कमरे में वह रहती थीं, लेकिन किसी को भी उनके लड़की होने का अंदाजा नहीं हुआ.
मैरी ने कहा कि उनका पूरा व्यवहार लड़कों की तरह था, ऐसे में उनकी पहचान कर पाना किसी भी शख्स के लिए तब नामुमकिन था. नैरोबी में आने के बाद दिक्कत तो हुई, लेकिन लोग सड़क पर रहने के दौरान उन्हें कुछ न कुछ खाने को दे देते थे.
मैरी ने कहा वह वयस्क हो रही थीं, इस दौरान उनके अंदर शारीरिक परिवर्तन भी आए. ऐसे में वह ब्रेस्ट छिपाकर रखती थीं ताकि कोई उन्हें लड़की ना समझे. लेकिन, उनकी यह कोशिश नाकाम रही. इसके बाद उन्होंने वापस गांव नाइवासा जाने का फैसला किया. गांव में पहुंचकर उन्होंने अपना नाम बदलकर कोनी रख लिया. हालांकि, वहां कुछ समय बिताने के बाद वह दोबारा नैरोबी लौट गईं.
'तुमने झूठ क्यों बोला'
नैरोबी पहुंचने के बाद मैरी उर्फ जिमी के दोस्त रहे लड़कों ने उनसे पूछा कि आखिर उसने झूठ क्यों बोला? वह हकीकत जानकर हैरान रह गए थे.
मैरी का कहना है कि उनके साथ एक बार गैंगरेप हुआ था. 16 साल की उम्र में वह प्रेग्नेंट हो गई थीं. इसके बाद मैरी ने दोबारा गांव लौटने का फैसला किया. जब मैरी हॉस्पिटल में भर्ती हुईं तो उनका इलाज का खर्चा एक सीनियर मैनेजर लेवल के अधिकारी ने वहन किया. जब यह शख्स मैरी के घर पर आया तो वह उनकी गरीबी देखकर हैरान रह गया. क्योंकि परिवार के पास सोने तक के लिए गद्दा तक नहीं था. फिर इस शख्स ने उनकी मदद की.