
हर आर्टिस्ट ये चाहता है कि जब वो स्टेज पर एक्ट करे तो ऐसा सीन हो कि हर कोई देखता रह जाए. उस सीन में सबकुछ रियल लगे. कुछ ऐसा ही करने के चक्कर में दो महिला आर्टिस्ट ने ओपेरा स्टेज पर यूं एक्ट किया कि दर्शक रियलिटी देखकर हैरान रह गए. कुछ दर्शकों की तो तबीयत तक खराब हो गई और उन लोगों के लिए डॉक्टर्स को बुलाना पड़ा. दरअसल, हाल ही में एक 'नाटक' के दौरान दो महिला आर्टिस्ट को लेस्बियन का किरदार निभाना था और नाटक में कुछ हिंसा के सीन भी थे.
उन महिलाओं ने इस किरदार को बखूबी निभाया और नाटक में रियलिटी दिखाने के लिए हकीकत में ही अपने कपड़े उतार दिए. इसके बाद लेस्बियन का एक्ट किया. इस नाटक के कुछ सीन में हिंसा भी थी और आर्टिस्ट ने उसे भी अच्छे से निभाया. इस दौरान स्टेज पर असली और नकली दोनों तरह का खून दिखाई दिए. लेकिन, कई दर्शक इसे सहन नहीं कर पाए और उनकी तबीयत खराब हो गई. फिर उनके लिए उन्हें डॉक्टर्स को बुलाना पड़ा. जानते हैं आखिर पूरा मामला क्या है...
डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, ये मामला जर्मनी के स्टटगार्ट का है, जहां हाल ही में एक ओपेरा का मंचन किया गया था. सैंक्टा सुज़ाना नाम का ये ओपेरा पॉल हिंडेमिथ की ओर से कंपोज किया गया था. ये जर्मनी का सबसे विवादित ओपेरा माना जा सकता है, जो मूल रुप से 1921 का है. इसका करीब 100 साल बाद स्टेज पर मंचन किया था. एक फेमेनिस्ट ओपेरा है. अभी नवंबर तक इसका मंचन किया जाना है.
18 दर्शकों की हो गई तबीयत खराब
बता दें कि इस ओपेरा में एक नन की कहानी है. इसके साथ ही इस विवादित ओपेरा में कई गंभीर सीन हैं, जिनमें लेस्बियन यौन संबंध, असली खून, और नन आदि को दिखाया गया है. इस ओपेरा की कहानी को काफी विवादित माना जा रहा है. डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, इस ओपेरा को देखने के बाद करीब 18 दर्शकों को तबीयत खराब हो गई और उन्हें इसके लिए डॉक्टर की आवश्कता पड़ी.
बताया जा रहा है कि स्टेज पर सेक्शुअल सीन, दर्दनाक स्टंट, असली और नकली दोनों तरह के खून, क्रूरता, शारीरिक चोट, पिटाई आदि को देखकर लोग हैरान रह गए. सीन इतने भयावह थे कि लोग हैरान रह गए और उनकी तबीयत खराब हो गई.
अब थियेटर ने जारी की चेतावनी
हालांकि, अब थिएटर ने इसे लेकर चेतावनी जारी की है और पहले ही बताया है कि इससे दर्शकों को असुविधा का अनुभव हो सकता है या उन्हें इससे बुरा लग सकता है. इससे खुद को आघात जैसा महसूस होता है.