
आईआईटी और आईआईएम पढ़ाई करने वाली राधिका मुंशी ने सोशल मीडिया पर कॉरपोरेट की नौकरी से लेकर अपने साड़ी ब्रांड अनोराह को लॉन्च करने तक की अपनी यात्रा शेयर की है. साथ ये भी बताया कि क्यों उन्होंने ऐसा किया.
भारत के दो शीर्ष संस्थानों से शिक्षा प्राप्त करने वाली राधिक ने बताया कि क्यों उन्होंने अपनी अच्छी-खासी तनख्वाह वाली कॉर्पोरेट नौकरी छोड़कर अपना खुद का साड़ी ब्रांड शुरू किया. राधिका मुंशी ने अनोराह नामक ब्रांड बनाया है. इसका उद्देश्य आज की महिलाओं के लिए साड़ी-खरीदारी के अनुभव को बदलना है.
सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर बताई अपनी कहानी
इंस्टाग्राम पर कई पोस्ट में मुंशी ने बताया कि उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) रुड़की और भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) अहमदाबाद से पढ़ाई करने के बाद एंटरप्रेन्योर बनने का रास्ता क्यों चुना? ये ऐसे संस्थान हैं जो आकर्षक करियर की गारंटी देते हैं.
आईआईटी, आईआईएम… से उद्यमी बनने तक
मुंशी ने इस महीने की शुरुआत में इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में खुलासा किया कि मेरे पास दो डिग्री (आईआईटी और आईआईएम से) है. उन्होंने बताया कि एमबीए में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली छात्राओं में एक होने के नाते , वह उच्चतम वेतन पैकेज चाहती थीं. उस समय उनके मन में अपना खुद का साड़ी ब्रांड शुरू करने का विचार कहीं नहीं था.
'टॉपर होने के नाते चाहती थी सबसे बड़ा पैकेज'
मैं आईआईएम अहमदाबाद में टॉपर थी और उस समय मैं सबसे बड़ा पैकेज चाहती थी. लेकिन जीवन अप्रत्याशित मोड़ लेता है और मैं बहुत खुश हूं कि मेरा पैकेज इस तरह से निकला. उन्होंने बताया कि आईआईटी और फिर आईआईएम में पढ़ाई करने के पारंपरिक भारतीय रास्ते पर चलने के बाद, मैंने अपने सपनों को पूरा करने का फैसला किया.
मुंशी के अनुसार, सबसे ज़्यादा वेतन पैकेज भी उद्यमी होने के रोमांच की बराबरी नहीं कर सकता. जहां हर दिन एक नई चुनौती लेकर आता है. उन्होंने लिखा कि एक उद्यमी का जीवन उतार-चढ़ाव से भरा होता है और सबसे ज़्यादा वेतन भी इस यात्रा से मिलने वाले रोमांच की बराबरी नहीं कर सकता.
शुरुआत में लगा था डर
जब मैंने अपनी अच्छी-खासी तनख्वाह वाली कॉर्पोरेट नौकरी छोड़ दी और साड़ियों का अपना ब्रांड बनाया, तब मैं साड़ियां डिज़ाइन करती थी. उस वक्त शुरू में मुझे बहुत डर लगता था. मुझे आश्चर्य होता था कि क्या लोगों को मेरी साड़ियां पसंद भी आएंगी या नहीं.
अब होती है खुशी
मुंशी ने 2023 में अपना खुद का व्यवसाय शुरू किया. समय के साथ, उन्होंने सफलता का स्वाद चखा और कई ग्राहक साड़ियों के लिए उनके पास लौटने लगे. वह कहती हैं कि लेकिन मुझे जो प्यार मिला है, वह बेहद अभिभूत करने वाला है. जब हम संदेश पढ़ते हैं कि हमारे ग्राहकों को हमारी साड़ियां कितनी पसंद हैं, तो हमारा दिल गर्व से भर जाता है.