Advertisement

ना नौकरी गई, ना वीजा संकट, फिर भी छोड़ा अमेरिका! भारतीय शख्स ने बताई वापसी की असली वजह

एक तरफ जहां अमेरिका से अवैध प्रवासियों को खदेड़ा जा रहा है और लोगों के अमेरिकन ड्रीम के सपने बिखर रहे हैं, वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इस जिंदगी को ठुकरा रहे हैं. इसकी बुनियाद भारतीय संस्कृति और मिट्टी की मोहब्बत में है.एक ऐसी ही कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.

जब एक भारतीय ने बताई अमेरिका छोड़ने की वजह! (Photo Credit-growwith_ani/Pexel) जब एक भारतीय ने बताई अमेरिका छोड़ने की वजह! (Photo Credit-growwith_ani/Pexel)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 25 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 10:57 AM IST

एक तरफ जहां अमेरिका से अवैध प्रवासियों को खदेड़ा जा रहा है और लोगों के अमेरिकन ड्रीम के सपने बिखर रहे हैं, वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इस जिंदगी को ठुकरा रहे हैं. इसकी बुनियाद भारतीय संस्कृति और मिट्टी की मोहब्बत में है.

एक ऐसी ही कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. यह कहानी है अनिरुद्ध अंजना की, जो अमेरिका में एक सफल करियर बना चुके थे. उनका अमेरिकन ड्रीम पूरा हो चुका था. वे वही जिंदगी जी रहे थे, जिसका सपना लाखों भारतीय देखते हैं.

Advertisement

लेकिन यह सब छोड़कर उन्होंने अचानक अपने वतन लौटने का फैसला किया. न तो उन्हें नौकरी से निकाला गया था, न ही वीजा की कोई दिक्कत थी और न ही ट्रंप की सख्त नीतियों का कोई असर था. फिर भी अमेरिका उन्हें रास नहीं आया.

इंस्टाग्राम पोस्ट में बताई दिल छू लेने वाली वजह

अनिरुद्ध, जो ArcAligned कंपनी के को-फाउंडर और सीईओ हैं. हाल ही में अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में इस फैसले की असली वजह बताई. उन्होंने लिखा कि जब मैंने अमेरिका छोड़कर भारत लौटने की बात शेयर की, तो कई लोगों ने सोचा कि शायद मेरी नौकरी चली गई होगी या वीजा से जुड़ी कोई परेशानी आई होगी. लेकिन सच्चाई यह है कि मैं सिर्फ अपने माता-पिता के लिए वापस आया हूं. वे कभी मुझसे लौटने को नहीं कहते, लेकिन मैं जानता था कि उन्हें मेरी जरूरत है.

Advertisement

देखें वीडियो

'मैं रोबोट बनता जा रहा था…'
अनिरुद्ध 10 साल से अमेरिका में काम कर रहे थे और उन्होंने वहीं अपना बिजनेस भी शुरू किया था. लेकिन धीरे-धीरे उन्हें एहसास हुआ कि वो एक 'कॉर्पोरेट ट्रैप' में फंसते जा रहे हैं. मुझे लगने लगा था कि मैं एक रोबोट बन रहा हूं, और मैं वैसी जिंदगी नहीं चाहता था.

कोई पछतावा नहीं!
एक साल पहले जब उन्होंने अपने परिवार के साथ भारत लौटने का फैसला किया, तो यह उनकी जिंदगी का सबसे बड़ा कदम था. लेकिन अब अनिरुद्ध पूरे यकीन के साथ कहते हैं कि यह मेरी जिंदगी का सबसे अच्छा फैसला था. इससे न सिर्फ मेरे माता-पिता की जिंदगी लंबी होगी, बल्कि मेरी भी!

सोशल मीडिया पर लोग कर रहे तारीफ
उनकी इस पोस्ट पर हजारों लोगों ने कमेंट कर उनकी सोच की सराहना की किसी ने लिखा किआपकी सोच वाकई प्रेरणादायक है, तो किसी ने कहा कि काश हर कोई अपने माता-पिता के लिए ऐसा सोचता!

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement