
पेरिस में 2024 ओलंपिक की भव्य शुरुआत शुक्रवार को धूमधाम से हुई, लेकिन उद्घाटन समारोह विवादों में घिर गया है. समारोह में 'लास्ट सपर' की ड्रैग क्वीन पैरोडी को लेकर सोशल मीडिया पर तीखी आलोचना हो रही है. इसके अलावा, कई लोगों को ये इवेंट भी ज्यादा नहीं भाया.
इस ओलंपिक समारोह में पेश किए गए परफॉरमेंस को लेकर सोशल मीडिया पर सवाल उठे हैं. इसमें 'लास्ट सपर' के ड्रैग क्वीन वर्जन को पेश किया गया, जिसमें ईसा मसीह के लास्ट सपर यानी अंतिम भोज की नकल की गई, जिसमें ड्रैग क्वीन्स के बीच एक महिला को मुकुट पहने यीशु के रूप में दिखाया गया, जो लियोनार्डो दा विंची की प्रसिद्ध पेंटिंग 'लास्ट सपर' की हूबहू नकल थी.
नेटिज़न्स ने इस परफॉरमेंस को ईसाइयों का अपमान बताते हुए तीखे रिएक्शन दिए हैं, और इसे "बकवास" करार दिया है. इस विवाद ने ओलंपिक समारोह की गरिमा पर सवाल उठाए हैं और सोशल मीडिया पर चर्चा का नया विषय बना दिया है.
दुनिया के सबसे अमीर आदमी और एक्स के सीईओ एलन मस्क ने पेरिस ओलंपिक समारोह में लास्ट सपर की ड्रैग क्वीन पैरोडी की आलोचना करते हुए उसे 'बेहद फूहड़' बताया है. एलन ने कहा कि यह परफॉरमेंस अपने आप में बहुत ही अपमानजनक है.
एक सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर ने एक्स प्लेटफॉर्म पर लिखा: “मैं सदमे में हूं. ओलंपिक गेम्स के दौरान कई देशों के खिलाड़ियों के प्रति यह काफी निगेटिव है.”
एक यूजर ने कहा- यह कहना मुझे पसंद नहीं है, लेकिन लंदन ओलंपिक का उद्घाटन समारोह इससे बहुत बेहतर था. एक अन्य यूजर ने कहा, ये इवेंट सबसे खराब, पूरी तरह से अराजक, अस्त-व्यस्त और उबाऊ. कोई जोश नहीं दिखता, रोबोट्स भी बेहतर कर सकते थे.
पेरिस तीसरी बार ओलंपिक की मेज़बानी कर रहा है; इससे पहले यह 1900 और 1924 में भी वहां ओलंपिक का आयोजन हो चुका है. इस खेल महाकुंभ में 117 एथलीट भारत को रिप्रिजेंट करेंगे, जिनमें 47 महिलाएं शामिल हैं.