
कोई देश अपने खिलाड़ी पर जब बैन लगाता है, तो उसके पीछे कोई न कोई वाजिब कारण जरूर होता है. लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि किसी खिलाड़ी को सिर्फ इसलिए बैन किया गया, क्योंकि उसने किसी के साथ हैंडशेक कर लिया था? लेकिन ऐसा वास्तव में हुआ है. अपने खिलाड़ी को उम्र भर के लिए बैन करने वाला ये देश ईरान है. वेटलिफ्टर खिलाड़ी को सजा इसलिए मिली है क्योंकि उसने दुश्मन देश इजरायल के खिलाड़ी से हाथ मिला लिया था. दोनों ने पोलैंड में एक ईवेंट के दौरान हाथ मिलाया था.
करीब 40 साल के मुस्तफा राजाई ने शनिवार को इजरायल के वेटलिफ्टर मकसिम स्वैर्स्की से हाथ मिलाया था. तब दोनों पोलैंड के विल्लिज्का में वर्ल्ड मास्टर्स चैंपियनशिप में पोडियम पर खड़े हुए थे. ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी IRNA के अनुसार, निकाय ने एक बयान में कहा, 'वेटलिफ्टर फेडरेशन ने एथलीट मुस्तफा राजाई के देश की सभी खेल फैसिलिटीज में प्रवेश पर आजीवन बैन लगा दिया है और इस प्रतियोगिता के लिए प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख हामिद सालेहिनिया को बर्खास्त कर दिया गया है.'
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इजरायल से नफरत करता है ईरान
ईरान अपने कट्टर दुश्मन इजराइल को मान्यता नहीं देता है. साथ ही ईरानी और इजराइली एथलीटों के बीच सभी संपर्कों पर प्रतिबंध भी लगा हुआ है. IRNA की रिपोर्ट के अनुसार, राजाई ने उस कार्यक्रम में 'इस्लामी गणतंत्र (ईरान) की रेड लाइन को क्रॉस किया है,' जहां ईरानी प्रतिनिधिमंडल को 'फेडरेशन के समर्थन से भेजा गया था.'
राजाई ईरान की नेशनल टीम के पूर्व सदस्य हैं और उन्होंने साल 2015 में थाईलैंड में एशियाई वेटलिफ्टर चैंपियनशिप में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया था. साल 2021 में ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने एथलीटों से आग्रह किया था कि वे 'मेडल हासिल होने के बाद भी (इजरायली) क्रिमिनल रिजाइम के प्रतिनिधि से हाथ न मिलाएं.'
वर्षों से ईरानी खिलाड़ी किसी न किसी बहाने से इजरायली खिलाड़ियों के साथ प्रतियोगिता करने से भी बचते रहे हैं. इससे पहले शतरंज खिलाड़ी अलीरेजा फिरोजा ने ईरान छोड़ दिया था, क्योंकि स्पोर्ट्स फेडरेशन ने उन्हें साल 2019 की वर्ल्ड चैंपियनशिप में खेलने से सिर्फ इसलिए बैन कर दिया था, क्योंकि उसे डर था कि फिरोजा को एक इजरायली खिलाड़ी का सामना करना पड़ेगा. बाद में उन्होंने फ्रांस की नागरिकता ले ली.