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यहां 'इलेक्शन ड्यूटी' पर लगाए गए लंगूर

पंडालों की बंदरों से सुरक्षा करने का जिम्मा लंगूर को सौंपने से पहले अमरोहा की जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने लंगूर से हाथ भी मिलाया.

जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने लंगूर से हाथ मिलाया. जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने लंगूर से हाथ मिलाया.
अभि‍षेक आनंद/खुशदीप सहगल
  • अमरोहा,
  • 15 फरवरी 2017,
  • अपडेटेड 12:50 PM IST

चुनाव को लोकतंत्र का महापर्व माना जाता है. इस दिन मतदान को निष्पक्ष और सुचारू रूप से कराने का जिम्मा पोलिंग पार्टियों में शामिल सरकारी कर्मचारियों का होता है. लेकिन इन पोलिंग पार्टियों के लिए लगे पंडालों की सुरक्षा को ही खतरा हो जाए, वो भी बंदरों से, तो आप क्या कहेंगे. यूपी के अमरोहा में ऐसी ही समस्या का सामना करना पड़ा. लेकिन जल्दी ही इसका तोड़ भी ढ़ूंढ लिया गया.

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पोलिंग पार्टियों को रवाना करने के लिए लगाए गए पंडालों को बंदरों से बचाने के लिए अब एक लंगूर को तैनात किया गया है. पंडालों की बंदरों से सुरक्षा करने का जिम्मा लंगूर को सौंपने से पहले अमरोहा की जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने लंगूर से हाथ भी मिलाया.

जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने बताया कि अमरोहा में 1324 पोलिंग बूथ हैं जहां 15 फरवरी को मतदान होना है. इन बूथ के लिए रवाना होने से पहले पोलिंग पार्टियों के लिए मंडी समिति में पंडाल लगाए गए हैं. जिलाधिकारी ने कहा कि पोलिंग पार्टियों में शामिल कर्मचारियों को कम से कम असुविधा हो, इसके लिए पूरा ध्यान रखा जा रहा है. जिलाधिकारी ने कहा कि यहां टेंटों को बंदरों से बचाने के लिए लंगूर की व्यवस्था की गई है. जिलाधिकारी के मुताबिक बंदर टेंट फाड़ देते हैं, जिससे परेशानी होती है.

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