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मीट लवर्स को जल्द मिलेगा बाघ-शेर का मांस खाने का मौका!

क्‍या मांस लैब के अंदर बन सकता है, कंपनी का दावा है कि जल्‍द लोग लैब के अंदर बने मांस से बने बर्गर, सुशी, स्‍टीक्‍स खाते हुए नजर आएंगे. कंपनी नियामक संस्‍थाओं की मंजूरी का इंतजार कर रही है.

शेर और जेब्रा के मांस से बने फूड प्रोडक्‍ट लोग खाते हुए नजर आएंगे (सांकेतिक फोटो/गेटी ) शेर और जेब्रा के मांस से बने फूड प्रोडक्‍ट लोग खाते हुए नजर आएंगे (सांकेतिक फोटो/गेटी )
aajtak.in
  • नई दिल्‍ली ,
  • 01 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 6:35 PM IST
  • लंदन के रेस्‍टोरेंट में मिलेंगे कई ऐसे फूड प्रोडक्‍ट
  • कंंपनी कर रही नियामक संस्‍थाओं की मंजूरी का इंतजार

Lab-grown lion meat: शेर के मांस का बर्गर (Lion Meat Burger )और जेब्रा की सुशी (Zebra Sushi) अब जल्‍द लोग खाते हुए नजर आएंगे, लेकिन इसके लिए किसी भी जानवर को नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा. ये सारा मांस लैब के अंदर बनाया जाएगा. 

द इंडिपेंडेट की खबर के मुताबिक, ये हाईटेक लैब में बना हुआ मांस होगा. फूड टेक्‍नोलॉजी स्‍टार्टअप Primeval Foods ने इसका ऐलान किया है.

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ये स्‍टार्टअप कंपनी मांस लैब के अंदर बनाएगी. जिसमें किसी भी जानवर के साथ किसी भी तरह की निर्दयता नहीं होगी. शेर का बर्गर, टाइगर स्‍टीक्‍स और जेब्रा सुशी रोल, नए खाद्य पदार्थ होंगे. जिसे जल्‍द लोग खरीदकर खाते हुए नजर आएंगे. वहीं लोगों को 'कर्ड जिराफ हैम' और 'एलिफेंट ऑयल' भी मिलेगा. 

Primeval Foods ने कहा है कि लंदन में स्थित 'मिशलीन स्‍टार्ड कैटगरी' वाला पहला ऐसा रेस्‍टोरेंट होगा, जहां ये डिश परोसी जाएंगी. बाद में बड़ी मात्रा में इसका प्रसार किया जाएगा. स्‍थानीय बाजार और सुपरमार्केट में भी ये मिलेगा. जिसके लिए नियामक संस्‍थाओं की मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है. 

वहीं प्राइमवल फूड्स के मालिकों में से एक यिलमाज बोरा ने कहा, 'लोग लगातार नए खाने की तलाश में रहते हैं, नए रेंस्‍टोरेंट को तलाशते हैं, लेकिन ये मांस आने से लोग, बीफ, चिकन, पोर्क डिश से भी आगे सोचेंगे, खास बात ये है कि इससे प्रकृति को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा.'

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क्‍या है इसकी विशेषता 
लैब में मांस तैयार करने के लिए जानवरों को मारा नहीं जाता है. ये मांस जानवरों की कोशिकाओं से सीधे तौर पर बनाया जाता है. इसे बनाने वाले निर्माता वास्‍तविक मांस की पोषण संबंधी चीजों को इसमें हूबहू रखने का प्रयास करते हैं. 

क्‍या है फायदे-नुकसान 
हालांकि, ये लैब वाला मांस अभी इंडस्ट्रियल स्‍तर पर नहीं बना है. ऐसे में इसके फायदे क्‍या होंगे? इस पर भी एक बड़ा सवाल बना हुआ है. हालांकि, जो स्‍टडी अब तक सामने आई हैं, उसमें कहा गया है कि पारंपरिक मांस की तुलना में लैब में बने मांस से पर्यावरण को कम नुकसान होता है. ग्रीनहाउस गैसों का उत्‍सर्जन भी 78 से 96 प्रतिशत कम होगा. वहीं जमीन का उपयोग 99 प्रतिशत तक घट जाएगा. इसके अलावा पानी का उपयोग भी 82 से 96 प्रतिशत कम हो जाता है. 

लेकिन कुछ स्‍टार्टअप उठा चुके हैं नुकसान 
फाइनेंशियल एक्‍सप्रेस के मुताबिक, नए स्‍टार्टअप की बात हो रही है. पर अमेरिका के लॉस एजेंल्‍स में मौजूद कंपनी 'बीयोंड मीट' के स्‍टॉक को 2021 के आखिरी तीन महीनों में 6 अरब 11 करोड़ से ज्‍यादा का नुकसान हुआ था. इस गिरावट को प्राइमवल फूड्स अब मौके के तौर पर देख रही है और इस क्षेत्र में अपना दखल बढ़ा रही है. 

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