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समुद्र के अंदर 12,000 साल पुराना शहर! शख्स का चौंकाने वाला दावा

एक शख्स ने पानी के नीचे एक प्राचीन शहर के खंडहर पाए जाने का हैरतअंगेज दावा किया है. उसका कहना ​​है कि पानी की गहराई से जो पत्थर मिले हैं, वो प्राचीन शहर में बनी इमारतों के अवशेष हैं. 

सांकेतिक फोटो (गेटी) सांकेतिक फोटो (गेटी)
aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 06 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 11:40 AM IST
  • पूर्व आर्किटेक्ट का बड़ा दावा
  • पानी की गहराई में शहर मिलने का दावा

एक पूर्व आर्किटेक्ट ने पानी के अंदर 12 हजार साल पुराने शहर को खोजने का दावा किया है. इस अमेरिकी आर्किटेक्ट का नाम क्रैकपॉट जॉर्ज गेले (Crackpot George Gelé) है. उन्होंने मेक्सिको की खाड़ी में Chandleur Islands पर पानी के नीचे एक प्राचीन शहर के खंडहर पाए जाने का हैरतअंगेज दावा किया है. गेले का कहना ​​है कि पानी की गहराई से जो पत्थर उन्हें मिले हैं, वो प्राचीन शहर में बनी इमारतों के अवशेष हैं. 

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जॉर्ज गेले ने प्राचीन शहर के अवशेष के साथ एक पिरामिड मिलने का भी दावा किया है. उन्होंने बताया कि कथित तौर पर जिस जगह 12,000 साल पुराने शहर के अवशेष मिले हैं, उस साइट पर उन्होंने 44 बार विजिट किया था. लेकिन, 12 हजार साल पुराने शहर खोजने के उनके दावे पर एक्सपर्ट को बहुत ज्यादा भरोसा नहीं है. 

हालांकि, पूर्व आर्किटेक्ट गेले का दावा है कि पानी में मिले इस ग्रेनाइट शहर के केंद्र में एक पिरामिड भी है. उन्होंने WWL-TV को बताया- 'सैकड़ों इमारतें हैं जो रेत और गाद से ढकी हैं. वो गीज़ा के महान पिरामिड से संबंधित हैं.' गेले के मुताबिक, किसी ने Mississippi नदी के नीचे एक अरब पत्थर तैराए और उन्हें बाहर इकट्ठा किया जो बाद में New Orleans बन गया."
 
कौन है ये पूर्व आर्किटेक्ट? 

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'डेली स्टार' के मुताबिक, गेले लगभग 50 वर्षों से 'प्रमुख इमारतों के अवशेष' और 'बड़े पिरामिड' का अध्ययन कर रहे हैं. हाल ही में जब वो नाव से समुंदर में गए तो उन्हें कथित तौर पर 12 हजार साल पुराना ग्रेनाइट का शहर मिला. जिस जगह शहर मिलने का दावा उन्होंने  किया है वो क्षेत्र पहले भी स्थानीय चर्चा का विषय रहा है. क्योंकि यहां के मछुआरे कई बार अपने जाल में अजीब तरह की चट्टानों के फंसने की सूचना देते रहते हैं.

'Amateur archaeologist' claims he's found lost underwater city from 12,000 years agohttps://t.co/Gvr2SSiI6N pic.twitter.com/PPqjnv6ysg

— Daily Star (@dailystar) March 4, 2022

सवाल उठाए गए कि आखिर पानी में मोटे और ठोस ग्रेनाइट वाली ऐसी संरचना का निर्माण कौन कर सकता है. गेले के पास इस पिरामिड संरचना की उत्पत्ति, उम्र और उद्देश्य के बारे में दिलचस्प सिद्धांत हैं. हालांकि उनके सिद्धांतों पर एक्सपर्ट को शक है.  

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