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शख्स ने 42 लाख रुपये का कोरोना लोन लेकर पूरा किया अपना शौक, फिर...

कोर्ट में जांच के बाद पता चला कि डबलिन के एक व्यक्ति ने अपने व्यवसाय में कार्यरत लोगों की संख्या और कंपनी के सकल राजस्व के बारे में झूठ बोलकर कोरोना आर्थिक राहत लोन के लिए झूठा आवेदन दिया और उसका इस्तेमाल अपने शौक को पूरा करने के लिए किया.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 25 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 7:24 PM IST
  • कारोबारी ने कोविड लोन लेकर अपना शौक किया पूरा
  • अब कारोबारी के पोकेमॉन कार्ड की हो सकती है नीलामी

कोरोना महामारी की वजह से पूरी दुनिया में ज्यादातर लोगों को घोर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा. यही वजह है कि कई देशों ने मुसीबत में घिरे ऐसे लोगों को चुनौतियों से निपटने के लिए कोविड लोन देने का फैसला किया गया लेकिन अब कुछ लोग इसका बेवजह इस्तेमाल भी करने लगे हैं.

इसी क्रम में जॉर्जिया के एक शख्स ने 57,000 डॉलर के कोविड लोन यानी की 42,80,027 रुपये का इस्तेमाल पोकेमॉन कार्ड खरीदने के लिए कर लिया.

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कोर्ट में जांच के बाद पता चला कि डबलिन के एक व्यक्ति ने अपने व्यवसाय में कार्यरत लोगों की संख्या और कंपनी के सकल राजस्व के बारे में झूठ बोलकर कोरोना आर्थिक राहत लोन लिए झूठा आवेदन दिया और उसका इस्तेमाल अपने शौक को पूरा करने के लिए किया. 

अब उस व्यक्ति पर वहां की जांच एजेंसी ने धोखाधड़ी के मामले में केस दर्ज कर लिया है और जांच के बाद उस पर कार्रवाई भी हो सकती है. अदालत ने कहा कि उसने पिछले साल अगस्त में  85,000 डॉलर हासिल किए और इसमें 57,789 डॉलर यानी की लगभग 42 लाख रुपये का इस्तेमाल पोकेमोन कार्ड खरीदने के लिए किया.

द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक बचाव पक्ष के वकीलों ने मामले के बारे में बात करने से इनकार करते हुए एक बयान जारी कर दिया. अब उस व्यक्ति द्वारा खरीदे गए दुर्लभ पोकेमॉन कार्ड को हजारों डॉलर में बेचा जा सकता है. कलेक्टर ट्रेडिंग कार्ड, वीडियो गेम और अन्य स्मृति चिन्ह के लिए बोली लगाई जा सकती है.

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