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जो जुर्म किया ही नहीं, उसके लिए 30 साल जेल में रहा, निकला तो...

जो अपराध शख्‍स ने किया ही नहीं, उसके लिए वह 3 दशक तक जेल में रहा. जब उसके खिलाफ दायर हुए सबूतों की जांच की गई तो कोर्ट ने शख्‍स को रिहा करने का फैसला किया. लेकिन जेल से बाहर आने के कुछ ही महीने बाद इस शख्स की मौत हो गई. कुछ दिन बाद शख्स का 66वां बर्थडे था.

क्‍लाउड फ्रांसिस गारेट 30 साल तक जेल के अंदर कैद रहे (Credit: Claude Francis Garrett) क्‍लाउड फ्रांसिस गारेट 30 साल तक जेल के अंदर कैद रहे (Credit: Claude Francis Garrett)
aajtak.in
  • नई दिल्‍ली ,
  • 04 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 6:49 PM IST

एक शख्‍स को गलत तरीके से दोषी सिद्ध किया गया. इस वजह से 30 साल तक वह जेल में सजा काटता रहा. घटना का एक और दुखद पहलू यह रहा कि रिहा होने के सिर्फ 5 महीने बाद ही उसकी मौत हो गई. इससे पहले शख्‍स को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी. फिर उसने कई बार कोर्ट में अपील की. आखिरकार इसी साल मई में कोर्ट ने शख्‍स को रिहा करने का फैसला किया था. 
 
ये मामला अमेरिका का है. 65 साल के क्‍लाउड फ्रांसिस गारेट (Claude Francis Garrett) अपनी गर्लफ्रेंड लोरी ली लांस की हत्‍या में गलत तरीके से दोषी ठहराए गए थे, इस कारण उन्‍हें 30 साल तक हवालात के अंदर रहना पड़ा था. इसी साल मई में उन्‍हें रिहा किया गया.

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जांच में सामने आया कि जिन सबूतों के आधार पर टेनेसी (Tennessee) में सुनवाई के दौरान दोषी सिद्ध किया गया था, उनमें कई खामियां थीं. क्‍लाउड पर कथित तौर पर यह आरोप लगा कि उन्‍होंने लोरी ली लांस को जानबूझकर जलाकर मार दिया था. 30 साल तक क्‍लाउड नाशविले (अमेरिका) में मौजूद रिवरबेंड मैक्सिमम सिक्‍योरिटी इंस्‍टीट्यूशन (Riverbend Maximum Security Institution) के अंदर कैद रहे. 

जर्नलिस्‍ट लिलियाना सेगुरा (Liliana Segura) ने कहा कि जेल से रिहा होने के पांच महीने के बाद 30 अक्‍टूबर को उनका निधन हो गया. उन्‍होंने ट्वीट में इस बात की जानकारी दी. लिलियाना ने उनके साथ मुलाकात का फोटो भी ट्वीट किया. लिलियाना ने लिखा कि 66वें जन्‍मदिन से कुछ दिन पूर्व ही उनकी मौत हो गई, यह तब का फोटो है जब मैंने उन्‍हें आखिरी बार देखा.

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लिलियाना ने अपने ट्वीट में लिखा कि मेरे पास शब्‍द नहीं हैं. दिल टूट गया है, यह ठीक नहीं हुआ है. क्‍लाउड 30 साल तक उस अपराध के लिए अंदर रहे, जो उन्‍होंने किया ही नहीं था. उन्‍होंने कठिन लड़ाई लड़ी. 

जेल से रिहा होने के बाद क्‍लाउड ने अपनी बेटी और नाती के साथ क्‍वालिटी टाइम व्‍यतीत किया. लेकिन उनके लिए सुख की घड़ी ज्‍यादा समय तक नहीं रही.

क्‍या था पूरा मामला 
'मिरर' के मुताबिक, क्‍लाउड अपनी गर्लफ्रेंड के साथ टेनिसी (अमेरिका) के ओल्‍ड हिकोरी में मौजूद घर में रहते थे, इसी घर में अचानक आग लग गई. जिसमें क्‍लाउड की गर्लफ्रेंड की मौत हो गई. इस मामले में क्‍लाउड को दोषी सिद्ध किया गया था. क्‍लाउड ने तब पुलिस को बताया था कि जब आग लगी तो वह नींद में थे, इसके बाद उन्‍होंने गर्लफ्रेंड को उठाया और सामने वाले दरवाजे से ले जाने की कोशिश की, लेकिन उनकी गर्लफ्रेंड पीछे के दरवाजे की ओर भागी. 

क्‍लाउड अपने नाती के साथ (Credit: Claude Francis Garrett/File Photo)

आग को देख क्‍लाउड ने फायर ब्रिगेड को फोन किया. जब फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची तो क्‍लाउड पानी के पाइप से आग बुझाने की कोशिश कर रहे थे और कुल्‍हाड़ी से आगे का दरवाजा तोड़ रहे थे. फायर ब्रिगेड के सदस्‍य आग पर नियंत्रण करने की कोशिश कर रहे थे, इस दौरान क्‍लाउड लगातार यह कह रहे थे, मुझे समझ में नहीं आया कि वह (गर्लफ्रेंड) आखिर मेरे साथ क्‍यों नहीं आई. 

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जब आग पूरी तरह से बुझ गई तो गर्लफ्रेंड लोरी की डेडबॉडी यूटिलिटी रूम में मिली. उनकी मौत दम घुटने की वजह से हुई थी. तीन दशक पहले जब इस मामले की जांच हुई तो यह सिद्ध किया गया आग जानबूझकर लगाई गई थी. क्‍लाउड को इस मामले में दोषी बताया गया और उम्रकैद की सजा सुनाई गई. 

लेकिन सालों की अपील के बाद डेविडसन काउंटी क्रिमिनल कोर्ट के जज मोंटै वाटकिंस ने 6 मई को अपना फैसला सुनाया और पहले के सबूत खारिज कर दिए. 

इस मामले में क्‍लाउड की दोस्‍त मिसेज सेगुरा ने फैसले के बाद रोष व्‍यक्त करते हुए जेल में खराब हुए समय पर नाराजगी जताई थी. उन्‍होंने तब कहा था कि इस बात की खुशी है कि क्‍लाउड की मौत जेल की चाहरदीवारी में नहीं होगी. 

 

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