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नोटबंदी का एक साल पूरा हो रहा है. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर हैं. पहले सोमवार को मनमोहन सिंह ने नोटबंदी को एक ब्लंडर बताया उसके बाद मंगलवार को अहमदाबाद से ही उन्होंने पीएम मोदी पर जमकर वार किए. लेकिन वार-पलटवार के बीच मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार के एक कदम की तारीफ भी की.
मनमोहन सिंह ने कहा कि मोदी सरकार ने जो रीकैपिटलाइजेशन का कदम उठाया है, वह स्वागत योग्य है और इस कदम की काफी ज़रूरत थी. बता दें कि केंद्र सरकार ने बैंकिंग सेक्टर में बूस्ट के लिए 2.11 लाख करोड़ रुपए के रीकैपिटलाइजेशन (पुनर्पूंजीकरण) लॉन को मंजूरी दी थी.
नोटबंदी-जीएसटी-अर्थव्यवस्था पर घेरा
पूर्व पीएम ने मोदी सरकार को हर मुद्दे पर घेरा. उन्होंने कहा कि जीएसटी को लाने के लिए हमारी सोच थी कि टैक्स सिस्टम को सरल करना. जिससे छोटे कारोबारियों का भला हो सके, लेकिन इस जीएसटी में कुछ नहीं हुआ. इस सरकार ने हमारी बात ही नहीं सुनी. ये वाला जीएसटी एक बुरे सपने के जैसा बन गया है.
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क्या था केंद्र सरकार का फैसला
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने बैंकिंग सेक्टर को बूस्ट देने के लिए 2.11 लाख करोड़ रुपये के रिकैपिटलाइजेशन (पूर्नपूंजीकरण) लोन को मंजूरी दे दी थी. इसमें 1.35 लाख करोड़ रुपये रिकैपिटलाइजेशन बॉन्ड के जरिये दिए जाएंगे. वहीं, 76 हजार करोड़ रुपये का बजटीय सहयोग और मार्केट लोन से मुहैया किया जाएगा.
रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने भी सरकार के द्वारा उठाए गए इस कदम का स्वागत किया था. उन्होंने कहा था कि सरकार का ये कदम ऐतिहासिक रहा है, यह रिकैपिटलाइजेशन लोन इस सेक्टर के साथ ही इकोनॉमी को भी बूस्ट देने का काम करेगा.