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46 की उम्र में 18 का दिखता है शख्स! इतने हजार में बेच रहा 'जवान' दिखने का सीक्रेट

Bryan Johnson Anti-Aging: ये शख्स जवान दिखने के लिए रोज की 100 से अधिक गोलियां खाता है. वो साल के 2 मिलियन डॉलर खर्च करता है. अब उसने जवान दिखने का सीक्रेट पता चलने का दावा किया है. वो इसे लोगों को बेच रहा है.

शख्स ने एंटी-एजिंग कोड ब्रेक करने का दावा किया (तस्वीर- X/@bryan_johnson) शख्स ने एंटी-एजिंग कोड ब्रेक करने का दावा किया (तस्वीर- X/@bryan_johnson)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 02 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 2:50 PM IST

ब्रायन जॉनसन नाम के अरबपति टेक एंटरप्रेन्योर ने दावा किया है कि उन्होंने एंटी-एजिंग कोड को क्रैक कर लिया है. अब वो जवान दिखने का ये सीक्रेट 343 डॉलर (करीब 28 हजार रुपये) में बेच रहे हैं. उनका दावा है कि उन्होंने अपनी बायोलॉजिकल उम्र को रिवर्स किया है. यानी अब वो दिखने में पहले से कई साल छोटे लगते हैं. उन्होंने जवान दिखने के अपने इस प्रोगाम को प्रोजेक्ट ब्लूप्रिंट नाम दिया है. इसमें स्पेशल डाइट के साथ रोज की 100 से ज्यादा गोलियां खाना शामिल है. 

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अब जॉनसन 'ब्लूप्रिंट स्टैक' के नाम से इस सीक्रेट को बेच रहे हैं. जिसमें ड्रिंक मिक्स, प्रोटीन, 8 गोलियां, स्नेक ऑइल, 67 पावरफुल थेरेपी और 400 कैलोरी शामिल हैं. ये 1000 से अधिक क्लिनिकल ट्रायल्स के बाद तैयार हुआ है. जॉनसन का कहना है कि स्टैक के लिए रिसर्च की गई है. ये लोगों को हर महीने करीब 28 हजार रुपये का मिलेगा. जो फास्ट फूड से भी कम कीमत है. इसके तहत जॉनसन लोगों के वर्तमान आहार से 400 कैलोरी को ब्लूप्रिंट स्टैक के साथ बदलने की सलाह देते हैं. स्टैक का उद्देश्य लोगों के खाने को पूरी तरह से बदलना नहीं है, बल्कि कुछ सप्लीमेंट से जुड़ी कमियों को पूरा करना है.

सिलिकॉन वैली के पूर्व कार्यकारी जॉनसन जवान दिखने की अपनी सनक को लेकर जाने जाते हैं. उनका दावा है कि उन्होंने अपनी बायोलॉजिकल उम्र को काफी कम कर दिया है. वो 46 की उम्र में 18 साल का दिखने का दावा करते हैं. इसके साथ ही उन्होंने अपनी सेहत में सुधार होने का दावा भी किया है. उन्होंने प्रोजेक्ट ब्लूप्रिंट में भारी निवेश किया है, जिसमें स्पेशल डाइट, चिकित्सा निगरानी, ​​उपचार और व्यायाम शामिल हैं. इस साल की शुरुआत में जॉनसन ने एक अन्य स्व-विकसित कार्यक्रम के माध्यम से बालों के झड़ने को रोकने का दावा किया था.

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उनका कहना है कि ये ध्यान रखना जरूरी है कि प्रोजेक्ट ब्लूप्रिंट की प्रभावशीलता पर कोई वैज्ञानिक सहमति नहीं बनी है और वो एंटी-एजिंग के लिए हर साल 2 मिलियन डॉलर खर्च करते हैं, जो आम लोगों की पहुंच से बाहर है.

उन्होंने बताया कि उनका प्रोडक्ट अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, कनाडा, चेक गणराज्य, डेनमार्क, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, आयरलैंड, इटली, न्यूजीलैंड, नीदरलैंड, नॉर्वे, पोलैंड, पुर्तगाल, स्पेन, सिंगापुर, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, संयुक्त अरब अमीरात और यूनाइटेड किंगडम सहित 23 देशों में डिलीवरी के लिए उपलब्ध है.    

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