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अमेरिकी सैनिक ने थामा था 2 महीने के बच्चे को, फिर क्या हुआ? तस्वीर के आगे की कहानी

Afghan baby Sohail Ahmadi: सोहेल के पिता मिर्जा अली अहमदी (Mirza Ali Ahmadi) काबुल में मौजूद अमेरिकी दूतावास में सिक्‍योरिटी गार्ड की नौकरी कर रहे थे. अहमदी ने बताया कि उन्‍होंने 5 मीटर दूर से अमेरिकी सैनिक को अपना बच्‍चा सौंपा था. इस बच्‍चे की तस्‍वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी.

सोहेल की ये तस्‍वीर हुई थी वायरल सोहेल की ये तस्‍वीर हुई थी वायरल
aajtak.in
  • काबुल ,
  • 10 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 7:04 PM IST
  • 2 महीने के बच्‍चे की तस्‍वीर हुई थी वायरल
  • बच्‍चा अपने परिजनों से बिछड़ गया था
  • टैक्‍सी ड्राइवर ने किया पालन-पोषण

Missing Afghan baby Sohail Ahmadi Viral Image: पिछले साल 15 अगस्‍त को अफगानिस्‍तान पर तालिबान ने कब्‍जा कर लिया था, इसके बाद अफगानिस्‍तान में अराजकता का माहौल दिखा था. लोग इधर से उधर भाग रहे थे. काबुल एयरपोर्ट पर लोगों के प्‍लेन पर चढ़े होने की तस्‍वीरें हमने और आपने देखी थी. इस दौरान 2 महीने का सोहेल अहमदी (Sohail Ahmadi) 19 अगस्‍त 2021 को गुमशुदा हो गया था.

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सोहेल की एक तस्‍वीर भी जमकर वायरल हुई थी, जिसमें उसको उसके परिजन एयरपोर्ट पर अमेरिकी सैनिकों को सौंप रहे थे. करीब 5 महीने तक वह अपने परिजनों से अलग रहा  लेकिन अब उसे फिर से उसके परिजनों को सौंप दिया गया है. दरअसल, जिस दिन सोहेल अपने माता-पिता से बिछड़ा, उस दिन वह काबुल एयरपोर्ट से बचाव अभियान के तहत विमान से अमेरिका जा रहा था, लेकिन वह अपने माता-पिता से बिछड़ गया. 

आखिर ये बच्‍चा कहां था, इस बारे में परिजन काफी दिनों से परेशान थे. नवंबर में समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने इस बच्‍चे के बारे में एक खबर प्रकाशित की थी. जिसमें सामने आया कि ये बच्‍चा 29 साल के टैक्‍सी ड्राइवर हामिद सैफी के पास है. उनको ये बच्चा एयरपोर्ट पर मिला था. जिसके बाद वह उसे अपने साथ घर ले गए थे. सैफी की खुद तीन बेटियां हैं.

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सैफी ने बताया, उन्‍हें जब ये बच्‍चा मिला तो उन्‍होंने सोच लिया था कि इसे वह पालन पोषण कर बड़ा करेंगे. अगर बच्‍चे का परिवार मिल गया तो उसे सौंप देंगे. उन्‍होंने बच्‍चे का नाम मोहम्‍मद आबेद (Mohammad Abed) रखा था. अब वापस आकर उन्‍होंने इस सोहेल को उनके दादा और अन्‍य परिजनों को वापस सौंप दिया है. सोहेल के कुछ परिजन अब भी काबुल में ही मौजूद थे.

बच्‍चा देने से किया था मना 
हालांकि, पहले टैक्‍सी ड्राइवर ने सैफी ने बच्‍चे को देने से मना किया, इसके बाद रेडक्रॉस की मदद ली गई. बाद में मामला तालिबान पुलिस के पास भी पहुंचा, जिसमें अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई गई. हालांकि टैक्‍सी ड्राइवर ने इन आरोपों से इंकार कर दिया कि, उसने बच्‍चे का अपहरण किया है. बाद में पुलिस ने दोनों पक्षों का समझौता करवाया और सैफी को बतौर मुआवजा 1 लाख अफगानी करंसी दे दे गई. क्‍योंकि उसने 5 महीने तक उसका पालन पोषण किया था. 

बच्‍चे के मां बाप थे परेशान 
सोहेल के पिता मिर्जा अली अहमदी (Mirza Ali Ahmadi) काबुल में मौजूद अमेरिकी दूतावास में सिक्‍योरिटी गार्ड की नौकरी कर रहे थे. उनकी पत्‍नी सूराया (Suraya) बेटे के गुमशुदा होने के बाद से काफी परेशान थीं. अहमदी ने बताया कि उन्‍होंने 5 मीटर दूर से अमेरिकी सैनिक को अपना बच्‍चा सौंपा था. लेकिन करीब आधे घंटे बाद जब उन्‍होंने सोहेल को तलाशा तो वह कहीं नहीं मिला.

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उसको कई जगह खोजा, लेकिन सफलता नहीं मिली. हालांकि बाद में मिर्जा अली अहमदी अपने परिवार के साथ अमेरिका के टेक्‍सास बचाव अभियान के तहत पहुंच गए. लेकिन उनको ये जानकारी नहीं थी कि उनका बेटा कहां है?  बाद में कई लापता बच्‍चों को लेकर खबरें प्रकाशित हुई थीं. फिलहाल सोहेल अपने दादा के पास है और जल्‍द अपने माता-पिता से मिलेगा. 
 

 

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