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संसद में मुलायम का सवाल- कौन-कौन सांसद पत्नी को घर में दबाकर नहीं रखते हैं?

मुलायम ने कहा कि समाज में समरसता कायम करने के लिए सबसे पहले परिवार में समरसता कायम करने की जरूरत है.

पत्नियों पर अत्याचार बंद करने की शपथ ली जानी चाहिए पत्नियों पर अत्याचार बंद करने की शपथ ली जानी चाहिए
अभि‍षेक आनंद
  • नई दिल्ली,
  • 01 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 12:25 PM IST

समाजवादी पार्टी नेता मुलायम सिंह ने सोमवार को लोकसभा में गौरक्षा और मॉब लिंचिंग पर बोलते हुए घरों में पत्नियों के साथ होने वाले अत्याचार का मुद्दा उठाया. मुलायम ने गौरक्षा के नाम पर मॉब लिंचिंग के संबंध में कहा कि सबसे पहले अत्याचार और उत्पीड़न की शुरूआत परिवार से होती है. घर की महिलाओं को दबाया जाता है, पत्नियों पर अत्याचार किया जाता है.

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मुलायम ने कहा कि समाज में समरसता कायम करने के लिए सबसे पहले परिवार में समरसता कायम करने की जरूरत है. इसके लिए पत्नियों पर अत्याचार बंद करने की शपथ ली जानी चाहिए. उन्होंने सदस्यों से लोकसभा में ऐसी शपथ लेने की अपील की.

 

मुलायम सिंह सोमवार को लोकसभा में नियम 193 के तहत देश में अत्याचारों और भीड़ द्वारा हिंसा में जान से मारने की कथित घटनाओं से पैदा हुई स्थिति पर चर्चा में हिस्सा ले रहे थे. उन्होंने सदन में मौजूद सदस्यों से पूछा, ‘आप में से कौन-कौन सांसद अपनी पत्नी को दबा कर नहीं रखते, हाथ खड़े करें.’ जब किसी सदस्य ने हाथ खड़ा नहीं किया तो मुलायम सिंह बोले कि देख लीजिए, जब सदन में यह स्थिति है तो देश में क्या हाल होगा. इस पर बीेजेपी के केवल एक सदस्य ने हाथ खड़ा किया जिस पर एसपी नेता ने कहा कि अच्छी बात है कि आप अपनी पत्नी को दबा कर नहीं रखते.

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मुलायम के इतना कहने पर सदन में ठहाके गूंज उठे.

 

मुलायम ने कहा कि समाज में धर्म, जाति, भाषा और क्षेत्रवाद के नाम पर भेदभाव और हिंसा होती है. जहां तक आदमी और औरत की बात है तो समाज में औरतों पर सबसे अधिक अत्याचार होता है. उन्होंने कहा कि समाज की हिंसा की शुरूआत परिवार से होती है जिस फौरन रोका जाना चाहिए.

 

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