
कई लोग अपने रिश्तेदारों के सामने अमीर न दिखना पसंद करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि कहीं उनकी अमीरी को नजर न लग जाए. लेकिन हम आपको एक ऐसे व्यक्ति के बारे में बताने जा रहे हैं जो अपने ही माता-पिता के आगे गरीब होने का नाटक करता है. शख्स ने कथित तौर पर एक सोशल मीडिया पोस्ट में जानकारी दी कि वह काफी अमीर होने के बावजूद परिवार के सामने गरीबी का नाटक करता है. उसके ऐसा करने की वजह भी हैरान कर देती है.
उसने रेडिट पर ट्रू ऑफ माई चेस्ट थ्रेड पर पोस्ट करते हुए कहा कि वह अपने परिवार को अपनी फाइनेंशियल कंडीशन के बारे में कभी सच नहीं बताएगा क्योंकि उसके परिवार ने उसका फायदा उठाया है. वे हमेशा उससे पैसे मांगते थे और उसके घर को फ्री वेकेशन समझकर कभी भी आ धमकते थे.
'नौकरी मिली तो मां ने सबसे पहले पूछा- कितना कमाते हो'
पोस्ट में उसने लिखा 'मैं एक एक मल्टी मिलीनियर हूं लेकिन जब मेरा परिवार मुझसे मिलने आता है तो मैं एक सस्ता अपार्टमेंट किराए पर ले लेता हूं, यह दिखाने के लिए कि मैं वहीं रहता हूं.' उसने कहा कि यह सब पहली बार तब शुरू हुआ जब वह विदेश में पढ़ाई करने गया और कॉलेज से ग्रेजुएशन के बाद नौकरी मिली और मेरी मां ने पहला सवाल किया कि कितना पैसा कमा रहे हो. उसने जब जवाब दिया तो उसके माता-पिता ने मान लिया कि वह 'अमीर' है और उनका व्यवहार पूरी तरह बदल गया. जबकि वह जिस देश में ये पैसे कमा रहा है वहां की करेंसी के हिसाब से वह सैलरी बहुत कम थी.
'फ्री वेकेशन समझकर आ धमकता था परिवार'
उसने लिखा- कि जब उसे अपनी पहली तनख्वाह मिली, तो उसके माता-पिता ने 'जोर दिया' कि जब वे उससे मिलने आएं तो वह उनकी आने जाने से लेकर हर चीज का खर्च उठाऊं. उन्होंने मेरी परवाह नहीं की, वह बस एक फ्री वेकेशन चाहते थे और मुझे अपना टूर गाइड और एटीएम समझ रखा था. इतना ही नहीं, बल्कि वह घर के बाकी लोगों से भी मेरे पास आकर इंज्वाय करने को कहते थे.
'घर वालों से दूरी बना ली.. अब मैं समझ चुका था...'
वहीं जब मैं खुद घर वापस आता था, तो वे मुझसे बहुत सारे गिफ्ट्स लाने की उम्मीद करते थे और हर बार जब हम बाहर जाते थे तो बिल मुझे ही देना पड़ता.'उन्होंने मुझे यह भी कहना शुरू कर दिया कि मैं अपने भाई-बहनों की स्कूल, कॉलेज और ट्यूशन की फीस दूं।'' अब मैं समझ चुका था कि मेरे घर वाले कितने ज्यादा स्वार्थी हैं और मुझे उनसे दूरी बना लेनी चाहिए. ऐसे में मैंने धीरे- धीरे उन्हें फोन और मैसेज करना बंद कर दिया और अपनी जिंदगी के बारे में कम से कम बताने लगा. मैं समझ चुका था कि ये लोग मेरे लायक नहीं हैं.
'पेंटहाउस है पर दो सूटकेस लेकर सस्ते अपार्टमेंट में रहने चला जाता हूं'
उसने आगे लिखा- इसके बाद जब कोरोना महामारी शुरू हुई तो मैंने बिजनेस शुरू किया जो बहुत अच्छा चलने लगा था. फिर मैंने नौकरी छोड़ दी और अपने परिवार से झूठ कहा कि नौकरी चली गई है और मैं आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहा हूं. इसके बाद मैंने देखा कि परिवार ने मुझसे बातचीत कम कर दी. अब मैंने उन्हें झूठ कहा है कि मुझे एक नौकरी मिल गई है, लेकिन सैलरी बहुत कम है.'अब जब वे मेरे पास आते हैं, तो वे अपनी फ्लाइट से लेकर सारे खर्च खुद उठाते हैं. आज मेरे पास अपना पेंटहाउस है लेकिन मैं उन लोगों के आने पर अपने असिस्टेंट से कहकर एक एक 'छोटा अपार्टमेंट' किराए पर ले ले लेता हूं और खुद को गरीब दिखाने के लिए वहीं रहता हूं.
दो सूटकेस होते हैं जिसमें सस्ते कपड़े और सामान होता है. अभी मैं अपने 'अपार्टमेंट' में अपने लिविंग रूम के फर्श पर सोते हुए यह लिख रहा हूं, क्योंकि मेरे घर वाले पलंग और सोफे पर सो रहे हैं. शख्स के इस पोस्ट पर लोग जबरदस्त कमेंट कर रहे हैं. किसी ने लिखा- ऐसे टॉक्सिक परिवार के साथ यही करना चाहिए. वहीं किसी ने कहा कि- ये व्यव्हार घरों में आम हो गया है ये बदला जाना चाहिए.