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ड्रग्स के ओवरडोज से एक साल के बच्चे की मौत, पुलिस भी हुई हैरान

यहां ड्रग्स ओवरडोज से लोगों की मौत के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इसके शिकार न केवल बड़े, बल्कि छोटे और नाबालिग बच्चे तक बन रहे हैं. कई लोगों को तो पता भी नहीं होता कि उन्हें ड्रग्स दिया जा रहा है.

ड्रग्स की वजह से बच्चे की मौत (तस्वीर- Pexels) ड्रग्स की वजह से बच्चे की मौत (तस्वीर- Pexels)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 04 मई 2023,
  • अपडेटेड 1:23 PM IST

करीब एक साल के बच्चे की मौत से अमेरिका के न्यूयॉर्क में काफी हंगामा मचा है. पुलिस ने जांच के बाद इस मौत को हत्या बताया है. उसके शरीर में कोकेन और फेंटानिल ड्रग्स पाया गया है. सकानी कामागाते नामक बच्चा 20 फरवरी, 2023 को अपने स्टेटन आइलैंड स्थित घर पर मृत पाया गया था. न्यूयॉर्क पुलिस विभाग के अधिकारियों को हेल्पलाइन नंबर 911 पर सुबह करीब 4 बजे फोन आया था. 

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मेट्रो यूके की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने बताया कि यहां आने पर उन्हें अचेत अवस्था में 16 महीने का बच्चा मिला. वो बेडरूम के बेड पर पड़ा था. इसके बाद उसे रिचमंड यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर ले जाया गया. यहां बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया. इसी बुधवार को पुलिस ने कामागाते की मौत को हत्या करार दिया है. बच्चे के माता-पिता को लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है.

पुलिस ने बयान में क्या कहा?

पुलिस ने बयान जारी कर बताया कि जांच करने पर पता चला कि उसकी मौत कोकेन और फेंटानिल ड्रग्स की वजह से हुई है. मामले में जांच अब भी जारी है और अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. फेंटानिल ड्रग्स के ओवरडोज से अमेरिका में महामारी जैसी स्थिति पैदा हो गई है. बड़ी संख्या में लोग इसके शिकार हो रहे हैं.  

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पैदा हुई महामारी जैसी स्थिति  

सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (सीडीसी) का कहना है कि जनवरी 2022 तक 12 महीने के भीतर 107,375 अमेरिकी लोगों की मौत ड्रग्स के ओवरडोज की वजह से हो गई है. इनमें से 67 फीसदी की मौत का कारण सिंथेटिक ओपिओइड हैं, जिसमें फेंटानिल जैसे ड्रग्स शामिल हैं. इससे छोटे बच्चों और नाबालिगों की मौत भी हो रही है. 

स्कूली लड़की की भी हुई मौत

सितंबर 2022 में 15 साल की लड़की की स्कूल के ही बाथरूम में ड्रग्स के ओवरडोज से मौत हो गई थी. जांच करने पर पता चला कि लड़की को दर्द की दवा बताकर ड्रग्स की गोलियां दे दी गई थीं. ड्रग डीलर्स एक पार्क के बाहर इस काम को अंजाम दे रहे थे. अमेरिकी अधिकारियों को मालूम हुआ कि मेक्सिको के ड्रग्स तस्कर चीन से आने वाले केमिकल्स की मदद से लैब में ड्रग्स से गोलियां बना रहे हैं. फिर इन्हें आम लोगों तक पहुंचा रहे हैं.

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