
पाकिस्तान में ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए पहला स्कूल खोला गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) एक्सप्लोरिंग फ्यूचर फाउंडेशन (ईएफएफ) ने रविवार को 'द जेंडर गॉर्डियन' स्कूल का उद्घाटन किया. यह ईएफएफ की इस तरह की पहली परियोजना है.
ईएफएफ की प्रबंध निदेशक मोइजाह तारिक ने कहा, 'स्कूल में नामांकन कराने वाले ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों को हम कौशल आधारित प्रशिक्षण और पाठ्यक्रम उपलब्ध कराएंगे.' 'डॉन' की रिपोर्ट के अनुसार, 2017 में छठी जनसंख्या व आवास गणना में पाकिस्तान में ट्रांसजेंडर समुदाय की आबादी 10,418 बताई गई थी.
पाकिस्तान की पहली ट्रांसजेंडर एंकर, नौकरी मिलने पर रो पड़ी थी
उन्होंने कहा, 'अधिकांश ट्रांसजेंडर ने कॉस्मेटिक, फैशन डिजाइनिंग, कढ़ाई और सिलाई सीखने के साथ फैशन उद्योग में दिलचस्पी दिखाई है, जबकि कुछ ने ग्राफिक डिजाइनिंग और पाक कला में रुचि दिखाई है.'
स्कूल के मालिक आसिफ शहजाद ने कहा कि 30 लोगों ने स्कूल में दाखिले के लिए नाम लिखाया है. उन्होंने कहा, 'इंडोनेशिया में 2016 में एक ट्रांसजेंडर स्कूल पर बम विस्फोट को देखकर मैं दहल गया था. दुनिया में किसी इस्लामिक देश में इस तरह का यह पहला स्कूल था. इसके बाद हमने उन्हें शिक्षित करने और उन्हें मुख्यधारा में लाने का फैसला किया.'
विद्यार्थियों को डिप्लोमा कोर्स कराने की योजना है, जिससे वे नौकरी कर सकें या अपना व्यवसाय शुरू कर सकें. एनजीओ इस मामले में उनकी मदद करेगा. पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में देश के ट्रांसजेंडर समुदाय की कुल 64.4 फीसदी आबादी रहती है.