
उज्जैन में एक ऐसा मानवीय मामला सामने आया है जहां कालू नाम के एक कुत्ते की शव-यात्रा निकाली गई. कालू की मौत से उज्जैन के नामदारपुरा इलाके में शोक का माहौल है. इलाके के सभी लोग कालू को अपने घर का ही सदस्य मानते थे.
कालू की मौत हो गई जिसके बाद इलाके के लोगों ने उसकी शव-यात्रा निकालने का फैसला किया. इसके बाद लगभग 27 सालों तक इलाके में रहे कालू की भव्य शव यात्रा निकाली गई.
शव को ले जाने के लिए बकायदा एक जीप तैयार की गई. जीप को फूलों से सजाया गया और फिर जीप कालू के शव को सम्मान के साथ जीप पर रखा गया जिसके बाद गाजे-बाजे के साथ कालू की अंतिम यात्रा शुरु हुई. अंतिम यात्रा के दौरान पुष्प-वर्षा भी की गई.
कालू की अंतिम यात्रा में ना केवल इलाके के लोग बल्कि दूसरे कुत्ते भी शामिल हुए. इस दौरान उनको भी शव यात्रा के साथ चलते हुए देखा गया.