
एक फ्लाइट में उस वक्त अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई जब टेकऑफ से पहले 19 यात्रियों को नीचे उतरना पड़ा. पायलट द्वारा कहा गया कि प्लेन का वजन तय सीमा से अधिक हो गया है, इसलिए कुछ यात्रियों को उतरना पड़ेगा. मामला लैंजारोटे (Lanzarote) से लिवरपूल (Liverpool) जा रही ईजीजेट फ्लाइट (EasyJet Flight) का है. सोशल मीडिया पर घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसे किसी यात्री ने रिकॉर्ड किया था.
इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के अनुसार, यात्रियों को नीचे उतारने का फैसला पायलट के कहने पर लिया गया. वीडियो में पायलट को एनाउंस करते हुए सुना जा सकता है- यहां आने के लिए आप सभी का धन्यवाद. चूंकि, लोग अधिक हो गए हैं इसलिए प्लेन थोड़ा ज्यादा भारी हो गया है. हवा की स्थिति, मौसम और सुरक्षा प्राथमिकताओं के कारण फ्लाइट टेकऑफ नहीं कर सकती. 20 यात्री लिवरपूल के लिए उड़ान नहीं भरने का विकल्प चुन सकते हैं.
5 जुलाई को हुई इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें पायलट ने अपनी इच्छा से कुछ यात्रियों को फ्लाइट से उतरने का विकल्प चुनने को कहा. पायलट की अपील के बाद 19 यात्री अपनी इच्छा से प्लेन से उतर गए.
इस पूरे घटनाक्रम में फ्लाइट लगभग 2 घंटे लेट हो गई. फ्लाइट को रात 9 बजकर 45 मिनट पर टेकऑफ करना था, लेकिन यह 11 बजकर 30 मिनट पर टेकऑफ कर सकी. बताया गया कि प्लेन से उतरने वाले यात्रियों को एयरलाइन कंपनी द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था प्रदान की गई थी. EasyJet ने 500 यूरो तक देने की बात कही.
कंपनी ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. एक्सपर्ट का कहना है कि सुरक्षा कारणों और परिस्थिति के अनुसार से एयरलाइन कंपनियां ऐसे फ़ैसले लेती रहती हैं. क्योंकि, प्लेन में तय सीमा से ज्यादा वजन प्रतिबंधित है.