
कांगो के एक चर्च के पादरी चिरहुजा जगाबे ने कहा है कि सात पत्नियों को रखना उनका सपना है और वे फिर से शादी कर सकते हैं. अभी उनकी 4 पत्नियां और 16 बच्चे हैं.
एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2012 में 60 साल के जगाबे ने एक साथ 3 लड़कियों के साथ शादी कर ली थी. हालांकि, बाद में उन्होंने एक लड़की को 'खराब व्यवहार' की वजह से स्वीकार नहीं किया था. लेकिन अब उनकी 4 पत्नियां हैं. 26 से 48 साल के बीच की.
जगाबे के मामले से ये साफ है कि अफ्रीकी देशों में एक से ज्यादा शादियां करने का चलन है. हालांकि, ये गैर-कानूनी है. 3 दशक पहले इसे लेकर कानून बनाया गया था. लेकिन लोग इस कानून को नहीं मानते हैं. और एक से ज्यादा शादियों को सही ठहराते हैं. रिपोर्ट की मानें तो अफ्रीका के सब-सहारा देशों की 11 फीसदी आबादी एक से ज्यादा शादियां करती हैं. इसमें कांगो की 2 फीसदी हिस्सेदारी है.
जगाबे एक चर्च के पादरी भी हैं. हर संडे को चर्च से वह लोगों को एक से ज्यादा शादियों के फायदे बताते हैं और उसकी खूब तारीफ भी करते हैं. साउथ किवु प्रांत की राजधानी बुकावु में उनके इन उपदेशों को लोग ध्यान से सुनते हैं. इसमें महिला और पुरुष दोनों शामिल होते हैं.
जगाबे अपने उपदेश में ये दावा करते हैं कि मानवता की कहानी एक पुरुष और कुछ महिलाओं के साथ शुरू हुई थी. AFP से बातचीत में उन्होंने कहा- भगवान ने पुरुषों को एक से ज्यादा महिलाओं से शादी करने की छूट दी है.
हालांकि, दूसरे कैथोलिक पादरी जगाबे की बातों से इत्तेफाक नहीं रखते हैं. बुकावु के एक पादरी रेमंड कोंगोलो ने कहा- अफ्रीकी और कांगोली कल्चर में एक से ज्यादा शादियां करने का रिवाज रहा है. लेकिन ये भगवान का उपदेश नहीं है.
कांगो के एक वकील जोसेफ यावी ने कहा- कांगो का सविधान साल 1987 से ही एक से ज्यादा शादियों को अपराध मानता है. इस देश में एक ही शादी करने की इजाजत है.
गजाबे की तरह कालुंगु कलेबे की भी दो पत्नियां और 8 बच्चे हैं. कलेबे इसे भगवान की कृपा मानते हैं. बाइबिल के प्रोफेटों के बारे में बताते हुए वह कहते हैं- मैं डेविड, अब्राहम और सुलेमान को फॉलो करता हूं, जिन्होंने एक से ज्यादा शादियां की हैं.
गजाबे की एक पत्नी राकेल ने कहा- दूसरी पत्नियों के बच्चों को भी मैं अपना ही मानती हूं. उनकी दूसरी पत्नी यैले ने कहा- मैं उनकी दूसरी पत्नियों के साथ भी समन्वय बनाकर रखती हूं.