
रेलवे अब चलती ट्रेन के अंदर वाई-फाई के जरिए इंटरनेट देने की तैयारी कर रही है. सबसे पहले देश भर में चलने वाली 100 पॉपुलर ट्रेनों और मुंबई सब-अर्बन में चलने वाली लोकल ट्रेनों में वाई-फाई की सेवा शुरू किए जाने की योजना है. इन ट्रेनों में सभी राजधानी, शताब्दी और दूरंतों ट्रेनें शामिल हैं. रेलवे की पीएसयू रेलटेल ने इसके लिए टेंडर ओपन कर दिया है. रेलटेल के मुताबिक पूरी टेंडर प्रक्रिया 14 अक्तूबर तक पूरी कर ली जाएगी.
दरअसल सेंट्रल रेलवे में सभी ट्रेनों में मुफ्त में वाई-फाई देने की योजना के साथ एक निजी कंपनी ने रेलमंत्री सुरेश प्रभु को इसके लिए पेशकश की थी. इस कंपनी का प्रस्ताव था कि वो ट्रेनों में मुफ्त वाई-फाई दे सकती है बशर्ते रेलवे उसे अपने नेटवर्क पर विज्ञापन चलाने की अनुमति दे. इस प्रस्ताव के बाद रेल बोर्ड के अधिकारियों को रेलगाड़ियों में मुफ्त वाई-फाई देने की योजना से कमाई का रास्ता नजर लगा. इसके बाद ट्रेन में मुफ्त वाई-फाई देने की योजना पर काम शुरू हुआ और रेलवे ने रेलटेल को इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू करने को कहा. टेंडर 6 सितंबर को ओपन हुआ है और ऐसी खबर है कि अबतक इसके लिए आधा दर्जन कंपनियां दिलचस्पी दिखा चुकी है.
वैसे तो रेलटेल देश भर के तमाम रेलवे स्टेशनों पर गूगल की मदद से वाई-फाई नेटवर्क स्थापित कर रही है. मुंबई सेंट्रल समेत देश के तकरीबन चार दर्जन स्टेशनों पर ये सेवा शुरू हो गई है. देश के सबसे बड़े ऑप्टिकल नेटवर्क रेलटेल ने इसी के साथ चलती हुई रेलगाड़ियों में भी वाई-फाई के जरिए इंटरनेट सेवा देने का जिम्मा उठाया है. खास बात ये है कि ट्रेन मे मिलने वाली वाई-फाई सेवा इतनी तेज होगी कि मिनटों में आप तीन घंटे की फिल्म डाउनलोड कर सकेंगे. उधर, मुंबई सब-अर्बन में चलती हुई लोकल ट्रेनों में वाई-फाई के जरिए इंटरनेट की सेवा देने का जिम्मा भी रेलटेल ने उठाया है. रेलटेल को उम्मीद है कि मुंबई सब-अर्बन में मुफ्त वाई-फाई देने के लिए कई कंपनियां दिलचस्पी दिखाएंगी क्योंकि मुंबई लोकल में 70 लाख यात्री रोजाना सफर करते हैं.