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पहली बार Robot ने की 'खुदकुशी'... काम के बोझ से था परेशान, सीढ़ियों से कूदकर दी जान!

क्या आपने सुना है कि कोई रोबोट काम से परेशान हो सकता है और खुदकुशी भी कर सकता है. लेकिन ऐसा ही एक मामला सामने आया है दक्षिण कोरिया से. इस देश में एक रोबोट के आत्महत्या करने का दावा किया जा रहा है और दावा भी सेंट्रल साउथ कोरिया में नगर पालिका की ओर से किया जा रहा है इसलिए गंभीर माना जा रहा है.

दक्षिण कोरिया में रोबोट ने आत्महत्या की (प्रतीकात्मक तस्वीर- Pexels) दक्षिण कोरिया में रोबोट ने आत्महत्या की (प्रतीकात्मक तस्वीर- Pexels)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 04 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 11:26 AM IST

आत्महत्या से जुड़े मामले पूरी दुनिया से सामने आते हैं. टेक्नोलॉजी के इस दौर में ऐसा करने वाले लोगों की संख्या भी तेजी से बढ़ रहे हैं. देश अपने-अपने तरीके से इस समस्या से निपटने के लिए लोगों की न केवल काउंसलिंग करते हैं. बल्कि उन्हें दवाओं के जरिए भी इलाज मुहैया कराया जाता है. लेकिन अब आत्महत्या का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने सभी के होश उड़ा दिए हैं. ये इस तरह का ऐसा पहला मामला माना जा रहा है. ये मामला दक्षिण कोरिया से सामने आया है. यहां ऐसा कहा जा रहा है कि एक रोबोट ने आत्महत्या कर ली है. सेंट्रल साउथ कोरिया में नगर पालिका ने घोषणा की है कि वो एक मामले की जांच करेगा, जिसमें रोबोट ने खुद को सीढ़ियों से नीचे गिरा दिया. 

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डेली मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, ये रोबोट नगर निगम के कार्यों में सहायता कर रहा था. नगर निगम टीम के एक अधिकारी ने कहा कि रोबोट लगभग एक साल से गुमी शहर के निवासियों को प्रशासनिक कार्यों में मदद दे रहा था. वो बीते हफ्ते सीढ़ियों से नीचे निष्क्रिय अवस्था में पाया गया. यानी वो एक्टिव नहीं था. अधिकारी ने कहा कि चश्मदीदों ने रोबोट को गिरने से पहले इधर-उधर घूमते देखा, मानो कुछ गड़बड़ हो. इन्होंने कहा कि घटना की परिस्थितियों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है. ऐसा भी कहा जा रहा है कि रोबोट काम के कारण तनाव में था.

अधिकारी ने आगे कहा, 'रोबोट के पार्ट्स को एकत्रित कर लिया गया है और इसे डिजाइन करने वाली कंपनी इसका विश्लेषण करेगी.' एक अन्य अधिकारी ने खेद व्यक्त करते हुए कहा, 'ये आधिकारिक तौर पर शहर की नगर पालिका का हिस्सा था और हम में से एक ही था.' कैलिफोर्निया में बियर रोबोटिक्स द्वारा विकसित ये रोबोट सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक काम करता था और इसका अपना पब्लिक सर्विस कार्ड भी था. एक मंजिल तक सीमित अन्य रोबोट्स के विपरीत ये लिफ्ट (एलिवेटर) को बुला सकता था और फ्लोर्स में ऊपर नीचे तक जा सकता था. 

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स्थानीय समाचार पत्रों ने इस कहानी को कवर किया है. एक की हेडिंग में पूछा गया, 'इस मेहनती पब्लिक सर्वेंट ने इस तरह का व्यवहार क्यों किया? या क्या 'रोबोट के लिए काम बहुत कठिन था.' इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रोबोटिक्स के अनुसार, दक्षिण कोरिया रोबोट के प्रति अपने आकर्षण के लिए जाना जाता है, जहां हर दस कर्मचारियों पर एक रोबोट है. यहां दुनिया में सबसे ज्यादा रोबोट्स हैं. 

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