
वैज्ञानिकों ने चीन में एक ऐसी प्राचीन खोपड़ी की खोज की है, जैसी उन्होंने पहले कभी नहीं देखी. इस 300,000 साल पुरानी खोपड़ी को पहली बार साल 2019 में दूसरे जीवाश्म अवशेषों के साथ हुआलोंगडोंग में खोजा गया था. इसे बच्चे की खोपड़ी माना जा रहा है. चाइनीज अकैडमी ऑफ साइंसेज (सीएएस) को इसके वंश के बारे में पता लगाने में काफी दिक्कत हुई. साइंस अलर्ट की रिपोर्ट के अनुसार, इस खोज ने वैज्ञानिकों को हैरान कर दिया है. ये खोपड़ी निएंडरथल या डेनिसोवंस जैसी नहीं लग रही.
इसे देखकर ऐसा लगता है कि मानव परिवार की कोई शाखा शायद छूट गई है. उस बारे में हम आज तक पता नहीं लगा पाए हैं. खोपड़ी में कुछ समानताएं प्रारंभिक आधुनिक मनुष्यों के जैसी हैं. इसमें ठोड़ी छोटी है और इसकी तुलना एशिया की मानवों की एक विलुप्त प्रजाति से की जा रही है, जिसे डेनिसोवन के नाम से जाना जाता है. अब वैज्ञानिकों ने एक हालिया विश्लेषण में कहा कि इसकी शेप ऐसी है, जो 'पूर्वी एशिया में मध्य प्लीस्टोसीन होमिनिन जीवाश्म संग्रह में कभी दर्ज नहीं की गई.'
यह भी पढ़ें- बदली तकदीर, शख्स को 30 साल तक हर महीने मिलेंगे 10 लाख रुपये, बताया ऐसा क्या किया?
बताया किसका कॉम्बिनेशन हो सकता है?
जो अवशेष मिले थे, उन्हें विज्ञान की दुनिया में HDL 6 नाम दिया दया है. ये आधुनिक मानव और चीन में मौजूद अज्ञात होमिनिन का संयोजन हो सकता है.
वहीं इससे पहले खबर सामने आई थी कि पुरातत्वविद 221 ईसा पूर्व से 210 ईसा पूर्व तक शासन करने वाले किन शू हुआंग की कब्र खोलने से बहुत डर रहे हैं. इस कब्र की सुरक्षा सैनिकों और घोड़ों की एक सेना करती है और इसे किसानों ने 1974 में चीन के शानक्सी प्रांत में देखा था. पुरातत्वविदों का मानना है कि इसे छूने वाले इंसान की मौत हो सकती है.
किन शु हुआंग की मौत के 100 साल बाद चीनी इतिहासकार सिमा कियान के एक लेख में दावा किया गया था, 'सौ अधिकारियों के लिए महलों और सुंदर टावरों का निर्माण किया गया था और कब्र दुर्लभ कलाकृतियों और अद्भुत खजाने से भरी हुई है.' उन्होंने कहा था, 'शिल्पकारों को कब्र में प्रवेश करने वाले किसी भी व्यक्ति पर गोली चलाने के लिए क्रॉसबो और तीर बनाने का आदेश दिया गया था.'