
वरिष्ठ पत्रकार और एशियानेट न्यूज के प्रधान संपादक टी एन गोपकुमार का शनिवार सुबह निधन हो गया. वह 58 साल के थे. उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं. पिछले कुछ समय से एक निजी अस्पताल में उनके कैंसर का इलाज चल रहा था. परिजनों के मुताबिक सुबह करीब 4 बजे कुमार ने अंतिम सांस ली.
सीएम सहित कई हस्तियों ने दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री ओमेन चांडी, माकपा के राज्य सचिव कोदियेरी बालाकृष्णन, कई फिल्मी हस्तियों और मीडिया कर्मियों सहित अन्य लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. उनका अंतिम संस्कार देर शाम थाईकौड के शांति कवदम में पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा.
बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे गोपकुमार
टीएनजी के नाम से चर्चित गोपकुमार ने इंडियन एक्सप्रेस से अपने पत्रकारिता करियर की शुरूआत की थी. उन्होंने मातृभूमि, न्यूज टाइम, स्टेट्समैन , इंडिपेंडेंट और इंडिया टुडे से जुड़कर भी काम किया था. एशियानेट से जुड़ने से पहले वह बीबीसी रेडियो में भी अपनी सेवाएं दे चुके थे. वह अपने साप्ताहिक टीवी शो ‘कन्नाडी’ के लिए भी जाने जाते थे. इसमें दिल को छूने वाले सामाजिक मुद्दों को उठाया जाता था. बीते 22 साल से चल रहे ‘कन्नाडी’ (आइना) ने हाल ही में 1,000 एपिसोड पूरे किए थे.
मिला था साहित्य अकादमी पुरस्कार
काफी व्यस्त रहने के बावजूद गोपकुमार विभिन्न विषयों पर लिखने के लिए समय निकाल लेते थे। उन्होंने 2001 में एक फिल्म ‘जीवन मशाई’ और दूरदर्शन के एक धारावाहिक ‘वेरूक्काल’ (जड़ों) का निर्देशन किया था.‘सुचिंद्रम रखकाल’ के लिए केरल साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित गोपकुमार को उनके तीन दशक के पत्रकारिता जीवन में कई पुरस्कार मिले थे.