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26 साल के बेटे को पीठ पर लादकर हमेशा क्यों चलती है ये मां?

Jimmy Antram बचपन से ही Blind हैं और कई अन्य शारीरिक परेशानियों से जूझ रहे हैं. लेकिन उन्होंने दुनिया की बहुत सी खूबसूरत जगहों की सैर की है. इन जगहों तक ले जाने में उनकी मां की अहम भूमिका रही है.

निकी और जिमी (Photo- Instagram) निकी और जिमी (Photo- Instagram)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 23 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 1:28 PM IST
  • बचपन से ही अंधे हैं ऑस्ट्रेलिया के जिमी अंतरम
  • मां की पीठ पर बैठकर घूम रहे दुनिया

ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में रहने वाले 26 वर्षीय जिमी अंतरम (Jimmy Antram) ने यूं तो दुनिया की कई जगहों को देखा है, लेकिन अपनी आंखों से नहीं. उन्होंने अपनी मां की पीठ पर बैठकर उसे महसूस किया है. दरअसल, जिमी बचपन से ही अंधे हैं इसलिए उनकी मां निकी अंतरम उन्हें अपने कंधे पर बैठकार वर्ल्ड टूर करवा रही हैं.

17 साल की उम्र में मां बनी निकी को जब पता चला कि उनका बेटा देख नहीं सकता तो उन्होंने खुद से वादा किया था कि वह अपने बेटे को पूरी दुनिया दिखाएंगी और वो भी अपनी आंखों से.

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ऑस्ट्रेलिया की रहने वालीं निकी अभी 43 साल की हैं और उनका कहना है कि अब उनकी भी उम्र ढल रही है. आगे जाकर वह शायद ही जिमी को पीठ पर उठा पाएं. अभी भी यात्रा के दौरान जिमी को पीठ पर बैठाना बहुत ज्यादा थकाने वाला होता है. दोनों ने अब तक Hawaii, Bali और Australia की कई जगहों की यात्राएं की हैं और अब कनाडा जाने की प्लानिंग कर रहे हैं. 

निकी ने बताया कि जिमी जन्म से अंधे तो हैं ही. इसके साथ ही उन्हें कुछ और शारीरिक दिक्कतें भी हैं, जिसके कारण उन्हें 24 घंटे देखभाल की आवश्यकता पड़ती है. व्हीलचेयर होने के बावजूद भी निकी जिमी को व्हीलचेयर से कहीं भी नहीं लेकर जातीं. वह अपनी पीठ पर ही बैठाकर उसे बाहर ले जाती हैं.

निकी और जिमी (Photo- Instagram)

उन्होंने बताया कि जब वो बड़ी छुट्टियों का प्लान बनाती हैं, तो इस बात का ध्यान रखती हैं कि उनके पास जिमी के लिए ढेर सारे कपड़े, बेड के लिए चादरें और तकिए हों. निकी सभी छुट्टियों के लिए प्लान तैयार करती हैं और उसी के मुताबिक वह जिमी को टूर पर ले जाती हैं. 

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निकी और जिमी (फाइल फोटो)

निकी ने बताया कि अब धीरे-धीरे काफी लोग जिमी को जानने लगे हैं और उनसे बेशुमार प्यार भी करते हैं. उन्होंने बताया कि उन्हें जिमी के अंधेपन के बारे में तब पता चला जब वो महज दो महीने का था. जिमी की दादी ने देखा कि वह खिलौनों तक नहीं पहुंच पा रहा था. फिर उसके छह महीने बाद, उन्हें पता चला कि जिमी को मिर्गी भी है. लेकिन सालों तक इलाज करवाने के बाद मिर्गी की दवा को बंद कर दिया.

निकी और जिमी (Photo- Instagram)

निकी कहती हैं, ''जिमी मेरी प्रेरणा हैं. मैं उसे देखती हूं, वो हमेशा खुश रहता है, मुस्कुराता है. वह मुझे अपनी आंखों से भले ही नहीं देख पाता है, लेकिन मुझे यकीन है कि मैं वैसी ही दिखती हूं जैसा वह मुझे सोचता है.''

निकी और जिमी (फाइल फोटो)

उन्होंने कहा, ''मुझे जैसे ही जिमी के अंधेपन के बारे में पता चला, तब मेरा दिल टूट गया और उस सदमे से बाहर निकलने में मुझे काफी समय लगा.''

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