
एक खूबसूरत जासूस को लेकर 2 देश आमने-सामने आ गए. दोनों देशों ने एक-दूसरे को पटखनी देने की पूरी कोशिश की. लेकिन लड़की की खूबसूरती की वजह से दूसरे पक्ष को शक हुआ. इसके बाद मामले का खुलासा हो गया.
दरअसल, रूस - यूक्रेन में युद्ध अभी भी जारी है. दोनों देशों के बीच अलग-अलग स्तर पर शह-मात का जबरदस्त खेल चल रहा है.
रूस ने हाल ही में यह दावा किया था कि उन लोगों ने यूक्रेनी और ब्रिटिश एजेंट्स के एक जासूसी प्लान का भंडाफोड़ किया है. तब रूस की तरफ से कहा गया था कि दुश्मन देश यानी यूक्रेन, व्लादिमीर पुतिन के एयर फोर्स पायलट्स को फंसाकर उनके विमानों को यूक्रेन ले जाना चाहते थे.
लेकिन इस मामले पर करीबी नजर रख रहे एक पत्रकार ने दावा किया है कि इन सब में रूस को ही एक बड़ा इंटेलिजेंस फेलियर का सामना करना पड़ा है.
दरअसल, रूस की फेडरल सिक्योरिटी सर्विस ने कहा था- कीव मिलिट्री इंटेलिजेंस ऑफिसर्स ने पैसे और यूरोपीय संघ के देशों की नागरिकता की गारंटी देकर रूसी मिलिट्री पायलट्स को भर्ती करने की कोशिश की.
पुतिन के सिक्योरिटी लीडर्स ने दावा किया था कि उन्होंने यूक्रेनी एजेंट्स और एक रूसी पायलट्स के बीच की बातचीत को इंटरसेप्ट किया. प्लान के मुताबिक, पायलट को यूक्रेन की तरफ से एडवांस पेमेंट भी दे दिया गया था. ताकि वह Su-24, Su-34 या स्ट्रेजिक न्यूक्लियर बॉम्बर Tu-22MZ को उड़ाकर यूक्रेन ले आए. दावा किया गया कि एक पायलट की पत्नी के लिए तो रोमानिया और स्लोवेनिया से पासपोर्ट भी तैयार करवा लिया गया था.
लेकिन Bellingcat (Netherlands-based investigative journalism group) के क्रिस्टो ग्रोजेव ने कहा- रूस ने इस तरह का आरोप लगाकर खुद एक बड़ा ब्लंडर कर दिया. फेडरल सिक्योरिटी सर्विस ने खुद अपने ऑपरेशन के तरीकों का भंडाफोड़ कर दिया. इसके बाद कई रूसी मिलिट्री पायलट्स को यूक्रेन की तरफ से लगातार अप्रोच किया जाने लगा और उन लोगों ने प्लेन के अंदर के कई डिटेल भी यूक्रेनी खेमे को दे दिए.
ग्रोजेव ने कहा कि रूसी पायलट और यूक्रेनी एजेंट्स के बीच बातचीत चल रही थी. हालांकि, बातचीत के दौरान इस कॉल को फेडरल सिक्योरिटी सर्विस ने इंटरसेप्ट कर लिया. यूक्रेनी एजेंट्स उसी पायलट से बात कर रहे थे जिसकी पत्नी का पासपोर्ट तैयार हो गया था.
लेकिन फिर पायलट के तौर पर बातचीत करते हुए रूस की फेडरल सिक्योरिटी सर्विस की तरफ से कहा गया कि वह पत्नी की जगह प्रेमिका 'मारिया' को देश से बाहर भेजना चाहता है.
ग्रोजेव ने कहा कि यूक्रेन ने 5 मिनट में ही पायलट के प्रेमी की पहचान कर ली. वह काफी खूबसूरत थी. वास्तव में वह फेडरल सिक्योरिटी सर्विस की एक एजेंट थी. जब यूक्रेनी लोगों को रूस के प्लान का पता चला तो वह रूसी खेमे को गलत जानकारी देने लगे. उन्होंने पायलट को फेक मैप और अपने ऑपरेशन के बारे में गलत जानकारी भेजी.