
पाकिस्तान की एक यूनिर्वसिटी ने दो स्टूडेंट्स पर म्यूजिक सुनने पर 5000 रुपये का जुर्माना लगाया है. ये जुर्माना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के डेरा इस्माइल खान में स्थित गोमाल यूनिवर्सिटी ने लगाया है. हालांकि जुर्माने के आधिकारिक नोटिस में जिस तरह की अंग्रेजी लिखी गई है, उसे लेकर सोशल मीडिया पर खूब चुटकियां ली जा रही हैं.
ट्विटर यूजर @ImAmirXaman ने पूछा है कि इस तरह के प्रशासकों पर जुर्माना कौन लगाएगा?
पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक जिन दो छात्रों पर जुर्माना लगाया गया है वे यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट ऑफ कम्प्युटिंग एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (ICIT) डिपार्टमेंट में पढ़ते हैं. ICIT डिपार्टमेंट के चेयरमैन जियाउद्दीन के मुताबिक ‘ये दोनों छात्र जिस वक्त ब्लूटूथ स्पीकर से म्यूजिक सुन रहे थे उस वक्त परिसर में अन्य क्लासेज चल रही थीं. इससे वहां पढ़ाई में खलल पड़ा.”
चेयरमैन ने कहा कि दोनों छात्रों को कई बार म्यूजिक बंद करने की चेतावनी दी गई लेकिन उन पर कोई असर नहीं हुआ. दोनों छात्रों पर जुर्माना लगाने के साथ उनका ब्लूटूथ स्पीकर भी जब्त कर लिया गया. इनमें से एक छात्र विभाग के मास्टर्स प्रोग्राम में पढाई कर रहा है, वहीं दूसरा ग्रेजुएशन डिग्री की पढ़ाई कर रहा है.
गोमाल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर (डॉ) इफ्तिखार अहमद ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि ‘म्यूजिक जो शिक्षा के माहौल को बाधित करे’ वो यूनिवर्सिटी बैन है. उन्होंने कहा कि अगर कोई बिना दूसरों को परेशान किए म्यूजिक सुनता है तो उस यूनिवर्सिटी प्रशासन को ऐतराज नहीं है. यूनिवर्सिटी में स्मोकिंग, ड्रग्स और राजनीतिक गतिविधियों में हिस्सा लेने पर भी प्रतबंध है.
@AdnanBitani ने ट्वीट किया है कि सैकड़ों छात्रों को पहले ही सामाजिक या राजनीतिक संगठनों की गतिविधियों में शामिल होने या सोशल मीडिया पर पोस्ट अपलोड करने की वजह से निष्कासित किया जा चुका है.
पिछले हफ्ते यूनिवर्सिटी ऑफ लाहौर की ओर से एक छात्र और छात्रा को निष्कासित करने के फैसले की भी सोशल मीडिया पर खूब निंदा हुई थी. तब एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें देखा जा सकता था कि एक छात्रा ने दाएं घुटने को मोड़ रखा है और गुलाब हाथ में पकड़े हुए एक छात्र को प्रपोज कर रही है.
छात्र-छात्रा को ऐसा करने पर सोशल मीडिया पर तो खूब तारीफ मिली लेकिन यूनिवर्सिटी प्रशासन को ये रास नहीं आया. यूनिवर्सिटी ने एक चिट्ठी जारी की जिसमें अनुशासन समिति की ओर से छात्र-छात्रा को निष्कासित करने का फैसला लेने की जानकारी दी गई.
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