Advertisement

महिला का नाम 'स्वास्तिका...' बस इसलिए Uber ने कर दिया बैन, नाजियों से जोड़ा लिंक

ये महिला उस वक्त हैरान रह गई, जब उसने देखा कि Uber ने उसका अकाउंट बंद कर दिया है. उसके नाम को 'संभावित रूप से आपत्तिजनक' शब्द माना गया. उसने फिर इसके खिलाफ आवाज उठाई.

नाम की वजह से Uber ने अकाउंट बैन किया (प्रतीकात्मक तस्वीर- Getty Images, Pexels) नाम की वजह से Uber ने अकाउंट बैन किया (प्रतीकात्मक तस्वीर- Getty Images, Pexels)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 22 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 10:59 AM IST

ऑस्ट्रेलिया की रहने वाली एक महिला को उसके नाम की वजह से Uber ऐप से बैन कर दिया गया. इसका मतलब ये कि वो इसकी सेवाएं नहीं ले पा रही थी. महिला का पूरा नाम स्वास्तिका चंद्रा है. बैन किए जाने के बाद उसने अपने नाम का असल मतलब समझाया है. उसने कहा कि इसका मतलब 'गुड लक' होता है. ये फिजी में एक बेहद सामान्य नाम है, जहां वो पली बढ़ी है. लेकिन वो बीते साल अक्टूबर महीने में उस वक्त हैरान रह गई, जब उसने देखा कि Uber ने उसका अकाउंट बंद कर दिया है. उसके नाम को 'संभावित रूप से आपत्तिजनक' शब्द माना गया.

Advertisement

महिला कहती है, 'मैं एक दोपहर खाने के लिए ऑर्डर दे रही थी और पेमेंट के वक्त पॉप-अप आया, जिसमें लिखा था, 'आपका पहला नाम नियमों का उल्लंघन कर रहा है और आपको ऐप पर अपना नाम बदलने की जरूरत है.' न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, स्वास्तिका ने अ करंट अफेयर नाम के प्रोग्राम में कहा कि मैं समझती हूं कि मेरा नाम एडॉल्फ हिटलर की नाजी पार्टी के साथ जोड़ा गया है, लेकिन मुझे अपने नाम पर गर्व है और इसे किसी के लिए नहीं बदलूंगी. वो कहती है, 'वो यह नहीं जानते कि हिटलर द्वारा इसका गलत तरह उपयोग करने से पहले हजारों वर्षों तक हिंदू इसका उपयोग कर रहे हैं.'

एसीए ने बताया कि Uber को स्वास्तिका चंद्रा के अकाउंट से बैन हटाने में पांच महीने लग गए. ऐसा हिंदू काउंसिल के हस्तक्षेप के बाद हुआ. चंद्रा को एनएसडब्ल्यू अटॉर्नी-जनरल द्वारा समर्थन दिया गया था. एनएसडब्ल्यू यहूदी बोर्ड ऑफ डेप्युटीज ने भी चंद्रा का समर्थन किया. न्यूज डॉट एयू को दिए एक बयान में, Uber ने कहा कि उसने चंद्रा से माफी मांगी है और स्वीकार किया है कि मामले की समीक्षा में उसे जितना वक्त लगना चाहिए था, उससे अधिक लगा है. कंपनी ने कहा, 'Uber सभी यूजर्स के लिए एक सुरक्षित और सही वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है. इसके लिए Uber की उन यूजर्स तक पहुंच को प्रतिबंधित करने की वैश्विक नीति है, जिनके नाम Uber ऐप में दर्ज किए गए हैं और जो संभावित रूप से आपत्तिजनक शब्द हैं.'  

Advertisement

कंपनी की तरफ से ये भी कहा गया कि हम समझते हैं कि नामों को लेकर अलग-अलग सांस्कृतिक बारीकियां हैं और इसलिए हमारी टीमें सभी मामलों को देखती हैं. ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि हम हर अकाउंट का निष्पक्ष मूल्यांकन कर सकें. कंपनी ने कहा, 'इस मामले में चंद्रा की तरफ से मिले अनुरोध के बाद हमने ऐप तक उनकी पहुंच बहाल कर दी है. हमने उन्हें हुई असुविधा के लिए उनसे माफी मांगी है और हम उनके धैर्य की सराहना करते हैं. हमने मामले की समीक्षा की, जिसमें जरूरत से ज्यादा समय लग गया.'

(Disclaimer: ये खबर सोशल मीडिया रिपोर्ट के दावे पर बनाई गई है. aajtak.in इनके दावे की पुष्टि नहीं करता है.) 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement