
हर शहर में अभी बारिश का दौर शुरू है. बारिश के बाद सबसे आम है सड़क पर पानी भर जाना और ट्रैफिक जाम. जब शहर में ऐसी स्थिति हो जाती है तो कैब सर्विस के फेयर में बढ़ोतरी हो जाती है और डिलिवरी करने वाली कंपनियां भी अपना चार्ज बढ़ा लेती हैं. लेकिन, सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि कैब प्रोवाइडर कंपनी उबर ने 1.8 किलोमीटर की दूरी के लिए 699 रुपये मांगे हैं. एक यूजर ने अपनी आपबीती बताई है कि कैसे उनसे सिर्फ 1.8 किलोमीटर की राइड के लिए 699 रुपये मांगे गए.
सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल होने के बाद अब यूजर्स अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. कई लोग अपनी कहानी बता रहे हैं तो कई लोग कंपनियों की ओर से चार्ज किए जा रहे सरचार्ज का विरोध कर रहे हैं. ऐसे में समझते हैं कि आखिर क्या दावा है और इसे लेकर यूजर क्या कह रहे हैं...
क्या था पोस्ट?
दरअसल, सोशल मीडिया पर प्रोडक्ट मैनेजमेंट प्रोफेशनल सूर्या पांडे ने लिंक्डइन पर एक पोस्ट किया है, जिसके बाद से इसकी काफी चर्चा हो रही है. उन्होंने अपनी पोस्ट में बताया है कि उन्होंने 1.8 किलोमीटर के डिस्टेंस के लिए कैब बुक की थी और इसके लिए उबर की ओर से 699 रुपये की डिमांड की जा रही थी. साथ ही उन्होंने इस किस्से को 1990 में स्टॉक मार्केट में आए बूम से कंपेयर किया है.
उन्होंने लिखा है- 'अगर मेरे पास शेयर बाजार के बजाय उबर की सर्ज प्राइसिंग में निवेश करने की दूरदर्शिता होती तो अब तक मैं हर्षद मेहता को भी पीछे छोड़ चुका होता! क्या यह विडम्बना नहीं है कि जब आप किसी प्रोडक्ट का समस्या के समाधान के लिए इस्तेमाल करें और फिर वो ही एक दिक्कत बन जाए? उदाहरण के तौर पर उबर, रैपिडो, ओला आदि को लें.'
आगे उन्होंने लिखा, 'उन्होंने कैब सर्विस को आसान करने के लिए शुरुआत की थी. अब गुरुग्राम में हल्की बारिश होने के बाद उबर की ओर से 300 फीसदी ज्यादा डिमांड की जा रही है. इससे अच्छा है कि पार्किंग एग्जिट पर जाएं और किसी को घर छोड़ने के लिए कह दें. अभी दूरी 1.8 किलोमीटर थी और ये कैसे डिसाइड हो रहा है कि वैगनआर के लिए 7 सीटर कार से भी ज्यादा किराया है?' इसके बाद से लोग अपनी फ्रस्टेशन निकाल रहे हैं.
इससे पहले भी इस तरह के कई किस्से सामने आया है, जब उबर या किसी और कैब प्रोवाइडर कंपनी ने काफी कम डिस्टेंस के लिए मोटा किराया दिखाया है. इसके बाद एक यूजर ने अपना एक्सपीरियंस बताया कि आपने सही सजेशन दिया है और मैं अपने इंटर्नशिप के दौरान एक ट्रिक अपनाता था और बाइकर्स से लिफ्ट लेता था. साथ ही एक यूजर ने बताया कि कई बार तो ऑटो के रेट कैब से भी काफी ज्यादा हो जाते हैं.