
दुनिया में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जब लोगों को मौत के बाद भी कोई अंतिम संस्कार करने वाला नहीं मिलता. ऐसा ही कुछ इस शख्स के साथ हुआ. 128 साल बाद इसका अंतिम संस्कार किया जा रहा है. इसे हस हफ्ते के आखिर में दफन कर दिया जाएगा. साथ ही इसकी असल पहचान भी बताई जाएगी. इसे 19वीं सदी में अनजाने में ममीकृत किया गया था. ममीकृत शव को संरक्षित करने की प्रक्रिया को कहा जाता है. इस मृत शख्स को 'Stoneman Willie' नाम दिया गया था. इसकी असल पहचान अभी तक किसी को नहीं बताई गई है.
फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, इसके बारे में केवल इतना बताया गया है कि ये शराबी था. इसकी मौत 19 नवंबर, 1895 में किडनी फेल होने से हुई थी. मौत के वक्त स्टोनमैन विली चोरी के आरोप में बर्क्स काउंटी जेल में कैद था. जब उसे गिरफ्तार किया गया, तो उसका नाम जेम्स पेन रखा गया. ये जानकारी बर्क्स नॉस्टेलजिया नाम की वेबसाइट पर दी गई है. मौत को करीब आता देख स्टोनमैन ने जेल के डॉक्टर को बताया था कि उसका असली नाम जेम्स पेन नहीं है. उसने अपने बहन और भाई की बदनामी होने से बचाने के लिए एक नकली नाम दिया गया. मौत के कई हफ्तों बाद भी उसकी असल पहचान के सुराग नहीं मिले थे.
अब चूंकी अधिकारियों को उसके असली नाम का पता नहीं था, इसी वजह से उसके परिवार को भी उसका शव नहीं सौंपा जा सका. रॉयटर्स के अनुसार, उसका शव रीडिंग के लिए पेनसिल्वेनिया में Auman's Funeral Home को सौंप दिया गया था. उस वक्त यहां शवों को संरक्षित करने के लिए इस्तेमाल होने वाली लेप तकनीक पर एक्सपेरिमेंट किया जा रहा था. जिसके चलते इस शव को गलती से ममीकृत कर दिया गया. लेकिन एक सदी बाद भी स्टोनमैन का शव Auman's Funeral Home में डिस्प्ले के लिए रखा रहा. उसके दांत और बाल अब भी हैं. लेकिन त्वचा सख्त चमड़े जैसी दिखती है.
Auman's Funeral Home के डायरेक्टर काइल ब्लैंकेनबिलर ने कहा, 'हम उसे ममी नहीं कहते. हम उसे अपना दोस्त विली कहते हैं. वह न केवल रीडिंग बल्कि निश्चित रूप से वर्तमान का एक ऐसा प्रतीक है, जो अतीत का ऐतिहासिक हिस्सा बन गया है.' इससे पहले 2023 में Funeral Home ने घोषणा की थी कि स्टोनमैन विली को दफनाया जाएगा और उसका असली नाम ऐतिहासिक दस्तावेजों की जांच के जरिए खोज लिया गया है. उसे आखिरी बार 2-6 अक्टूबर को लोगों को दिखाया जाएगा. फिर 7 अक्टूबर को शव दफन होगा. उसे सम्मान देने के लिए 19वीं सदी वाले कपड़े पहनाए जाएंगे.