Advertisement

पवित्र पेड़ पर शर्टलेस होकर रिकॉर्ड कर लिया वीडियो, भड़के गांव वाले

10 मीटर ऊंचे एक पवित्र पेड़ पर चढ़ना और वीडियो बनाना एक शख्स को भारी पड़ गया. शख्स की इस हरकत के बारे में स्थानीय लोगों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी. जिसके बाद उससे फाइन वसूला गया.

शख्स ने अपनी हरकत के लिए मांगी माफी (प्रतीकात्मक तस्वीर/GettyImages) शख्स ने अपनी हरकत के लिए मांगी माफी (प्रतीकात्मक तस्वीर/GettyImages)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 14 जून 2022,
  • अपडेटेड 12:41 PM IST
  • शख्स ने सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया था वीडियो
  • पूछताछ में शख्स बोला- हॉबी के तौर पर पेड़ पर चढ़ा था

एक पवित्र पेड़ पर बिना शर्ट पहने चढ़ना और फिर वहां से वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड करना, यह हरकत एक शख्स पर भारी पड़ गई. 10 मीटर ऊंचे पेड़ पर चढ़ने की वजह से पुलिस उसे पकड़ ले गई. बाद में शख्स को जुर्माना देना पड़ा.

मामला इंडोनेशिया के बाली का है. यहां Tabanan के केलीसी केलोड गांव में एक पवित्र पेड़ है. वीडियो बनाने के लिए एक ऑस्ट्रेलियाई शख्स, सैमुअल लॉकटन बिना शर्ट के एक पेड़ पर चढ़ गए. बाद में उन्होंने यह वीडियो टिकटॉक पर भी शेयर किया.

Advertisement

सैमुअल की हरकत की वजह से स्थानीय लोग गुस्से में आ गए. उन लोगों ने पवित्र पेड़ पर चढ़ने की वजह से सैमुअल की शिकायत पुलिस से कर दी. Tabanan के पुलिस हेड, पुलिस ग्रैंड कमिश्नर एडजुटेंट रानेफ्ली डियान कैंड्रा ने कहा- अबियंतुवुंग गांव के लोगों ने मामले की शिकायत की थी.

सैमुअल को इसके बाद पुलिस सेक्टर ऑफिस ले जाया गया. पूछताछ के दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें पहले से पता नहीं था कि पेड़ पवित्र है. वह बस एक हॉबी के तौर पर पेड़ पर चढ़े थे, जैसा की वह अपने देश में भी करते रहते हैं.

सैमुअल के टिकटॉक वीडियो में वह पेड़ पर चढ़ते और वहां से आप-पास के नेचुरल ब्यूटी को एन्जॉय करते और उसे रिकॉर्ड करते दिखते हैं. सैमुअल ने अपनी गलती मानते हुए माफी भी मांगी है.

Advertisement

जिसके बाद स्थानीय लोगों ने सैमुअल से 3 हजार के हर्जाने की मांगी की. ताकि वे लोग गुरु पिदुका समारोह करा सकें, यह एक तरह की परंपरा है, जिससे नेचर को पहुंचे हानि की भरपाई की जाती है.

Terungkap alasan bule Australia Samuel Lockton nekat memanjat pohon sakral demi konten, wajib bayar denda Rp 500 Ribu #buleaustralia https://t.co/pEvPyffugF

— JPNN.com (@jpnncom) June 12, 2022

हालांकि, सैमुअल के पास उस वक्त करीब 800 रुपए ही थे. फिर यह तय किया गया कि बाकी बचे पैसे वह अगले हफ्ते तक दे देंगे. कमिश्नर ने कहा- पारंपरिक नेताओं और वहां मौजूद स्थानीय लोगों के प्रतिनिधियों ने इस फैसले को स्वीकार कर लिया है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement