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शादीशुदा होकर भी 'सिंगल' लाइफ जीते हैं कपल, यहां चला अनोखी शादी का ट्रेंड

जापान में कथित तौर पर इन दिनों 'सेपरेशन मैरिज', या वीकेंड मैरिज या एक साथ अलग रहने का कॉन्सेप्ट (एलएटी) प्रचलित हो रहा है. इसके तहत कपल शादी करके भी अलग- अलग रह रहे हैं और एक दूसरे को सपोर्ट कर रहे हैं.

सांकेतिक तस्वीर (फोटो- Pexels) सांकेतिक तस्वीर (फोटो- Pexels)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 01 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 12:51 PM IST

इन दिनों 'सेपरेशन मैरिज', या वीकेंड मैरिज या एक साथ अलग रहने का कॉन्सेप्ट (एलएटी), कथित तौर पर जापान में बहुत लोकप्रिय हो गया है. इस कॉन्सेप्ट में लोग एक तरफ एक-दूसरे के प्यार और सपोर्ट का आनंद लेते हैं, दूसरी ओर वे अपने साथी की चिंता किए बिना सिंगल लाइफ भी जी रहे हैं. मूल रूप से, एक 'सेपरेशन मैरिज' कपल्स को विवाहित होने और अकेले रहने का कंबाइंड बेनेफिट देती है, लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि रिश्ता आपसी प्यार और सम्मान पर आधारित हो.

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प्यार है, सम्मान है लेकिन इंटरफेयरेंस नहीं
 
एक न्यूज चैनल ने हाल ही में 'सेपरेशन मैरिज', में शामिल एक जापानी जोड़े पर एक स्टोरी चलाई थी. हिरोमी टाकेडा खुद को एक मजबूत, स्वतंत्र महिला बताती हैं जो फिटनेस ट्रेनर और जिम मैनेजर के रूप में काम करती हैं. उनके पति, हिदेकाज़ू, एक बिजनेस एडवाइजर हैं जो अपना अधिकांश समय कंप्यूटर के सामने, ईमेल का जवाब देने और रिपोर्ट लिखने में बिताते हैं. दोनों का लाइफस्टाइल बहुत अलग है, लेकिन वे एक-दूसरे से प्यार भी करते हैं और उनका सम्मान करते हैं, इसलिए वे एक-दूसरे के जीवन में इंटरफेयर नहीं करना चाहते हैं. ऐसे में इन्होंने अलग- अलग रहना तय किया है.

'पहली शादी से मिला सबक'

हिदेकाज़ू ने बताया, ''मैं शायद ही कभी अपनी पत्नी के घर पर रात भर रुकता हूं. मेरा करियर मेरे जीवन में बहुत महत्व रखता है. अपनी पिछली शादी के दौरान, मैं अपने काम में इतना व्यस्त था कि कभी-कभी मैं कई-कई दिनों तक घर नहीं जाता था. मुझे लगता है कि इससे मेरी पूर्व पत्नी बहुत दुखी हो गई थी. ऐसे में अपनी पिछली शादी से मैंने जो सबसे बड़ा सबक सीखा वह यह है कि महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने की जरूरत है.

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'इस तरह की शादी से नो टेंशन'

वहीं हिरोमी टाकेडा ने कहा, "अगर मेरे पति घर पर हैं, तो मैं कुछ चीजें करने में फ्री महसूस नहीं कर पाऊंगी, जिससे मैं तनावग्रस्त हो जाती हूं. इसलिए इस तरह की शादी से मैं उस तनाव से दूर हूं."

'पड़ोसियों को लगता है कि हम तलाकशुदा हैं'

हिरोमी और हिदेकाज़ू का एक बच्चा है, जो माँ के साथ रहता है. वे सप्ताह में केवल दो या तीन बार मिलते हैं. खासकर तब जब जब हिरोमी को बच्चों की देखभाल में मदद की ज़रूरत होती है. यह लाइफस्टाइल उन दोनों के लिए काम करता है, हालांकि वे स्वीकार करते हैं कि उनके कुछ पड़ोसी वास्तव में सोचते हैं कि वे अलग हो गए हैं या तलाकशुदा हैं. वे दोनों मानते हैं कि "शादी के लिए साथ रहना ज़रूरी नहीं है".

'साथ रहना कोई जरूरी नहीं'

हिरोमी टाकेडा ने कहा, "एक साथ रहना कोई जरूरी नहीं है. मैं और मेरे पति दोनों अपने जीवन से संतुष्ट हैं. हमने इस तरह से शादी करने का फैसला किया ताकि हम सुरक्षित महसूस कर सकें क्योंकि हमारे पास भावनात्मक रूप से हमारा समर्थन करने वाला कोई है और साथ ही हम इंडिविजुअल लाइफस्टाइल बनाए रखने में भी सक्षम हैं.''

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