
ग्रेटा थनबर्ग द्वारा किसान आंदोलन के संबंध में ट्विटर पर जारी की गई टूलकिट के मामले में पर्यावरण एक्टिविस्ट दिशा रवि को दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है. इसी मामले में एक दूसरी आरोपी हैं निकिता जैकब. जो अभी फरार चल रही हैं. निकिता जैकब के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया गया है. जिसके बाद सबमें जिज्ञासा है कि कौन है निकिता जैकब?
30 साल की निकिता जैकब पेशे से वकील हैं, जिन्हें कानून के क्षेत्र में 7 साल का अनुभव है. उन्होंने बॉम्बे हाईकोर्ट में वकील के रूप में प्रैक्टिस भी की है. निकिता ने ILS लॉ कॉलेज, पुणे से कानून की पढ़ाई की है. निकिता ने अपने पूरे करियर में सिर्फ सिविल मामलों पर ही काम किया है, उन्होंने वकील के रूप में कभी भी क्रिमिनल केस नहीं लड़े हैं. लास्ट टाइम वे सीनियर एडवोकेट गिरीश गोडबोले के चैम्बर के साथ काम कर रही थीं.
गोडबोले से जब निकिता के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ''चैम्बर में बहुत से जूनियर आते हैं जाते हैं. जब उन्हें कुछ साल का अनुभव हो जाता है तो वे अपनी प्रैक्टिस शुरू करने के लिए यहां से छोड़कर चले जाते हैं. निकिता ने मेरे जूनियर के रूप में तीन साल काम किया है, वह किसी भी अन्य जूनियर की तरह काम में अच्छी थी. लेकिन हमने कभी भी कल्पना नहीं की थी कि वो कभी इस तरह के क्रिमिनल केस का सामना करेगी.'' गोडबोले ने आगे कहा, ''मुझे नहीं पता कि निकिता अभी कहां है वो मेरे संपर्क में नहीं है.''
इंडिया टुडे ने इस बाबत आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता प्रीती शर्मा मेमन से भी बात की. उन्होंने कहा, ''मुंबई में हमने कभी भी उनका नाम नहीं सुना. हमारी पार्टी में उनके नाम से कोई भी सदस्य नहीं है. यहां तक कि वे हमारी लीगल टीम का भी हिस्सा नहीं हैं. '' निकिता के बारे में जब राघव चड्डा से सवाल किया गया तो उन्होंने भी कहा, ''मैं निकिता जैकब नाम की किसी भी लड़की को नहीं जानता. वह हमारी पार्टी जुड़ी हुई नहीं हैं. मैं उसका नाम ही पहली बार सुन रहा हूं.''
निकिता ने भी पहले कई बार कहा है कि वो किसी भी पार्टी से जुड़ी हुई नहीं हैं और एक पर्यावरण एक्टिविस्ट की तरह एक एनजीओ से जुड़ी हुई हैं. वह किसानों के साथ सहानुभूति रखती हैं.
जिस बॉम्बे हाईकोर्ट में निकिता प्रैक्टिस करती थी, अपने साथियों के साथ बहस करती थी वहां भी लोग ये जानकर हतप्रभ हैं कि निकिता कभी पर्यावरण एक्टिविस्ट भी रही हैं. एक सीनियर अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, ''निकिता जब इस केस में फंसी तो उन्होंने लीगल हेल्प के लिए मदद मांगी थी. मैंने मदद करने का आश्वासन भी दिया था लेकिन बाद में उन्होंने मुझसे संपर्क ही नहीं किया.''