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पैसे देकर यहां जिंदा क्यों 'दफन' हो रहे हैं लोग?

लोगों को जमीन के अंदर दफनाया जाता है. दावा किया जा रहा है कि इस थेरेपी से लोगों को एंजाइटी समेत कई मनोविकारों से निजात मिल जाती है. इस प्रक्रिया के दौरान प्रोसीजर करवाने वाले शख्‍स को 20 से 60 मिनट तक जमीन के अंदर दफन रहना पड़ता है. कंपनी ने इस प्रोसीजर को पूरी तरह सुरक्षित बताया है.

रूस में शुरू की गई है ये अनोखी थेरेपी (गेटी) रूस में शुरू की गई है ये अनोखी थेरेपी (गेटी)
aajtak.in
  • नई दिल्‍ली ,
  • 28 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 12:48 PM IST

एक कंपनी ने अजीबोगरीब थेरेपी की शुरुआत की है. इस थेरेपी के तहत शख्‍स को जमीन के अंदर जिंदा दफन होना पड़ता है. थेरपी के लिए 47 लाख रुपए चार्ज किए जा रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि इस थेरेपी से एंजाइटी से जूझ रहे लोगों को निजात मिल रही है.

'डेलीस्‍टार' के मुताबिक कंपनी इस अनोखी थेरेपी का ऑनलाइन वर्जन भी उपलब्‍ध करवा रही है. इसके तहत इच्‍छुक लोगों को 12 लाख रुपए का भुगतान करना पड़ेगा. इसमें थेरेपी लेने वाले शख्‍स को उपयुक्त संगीत सुनने का मौका मिलता है, मोमबत्तियां जलाई जाती हैं और उसे वसीयत लिखने का मौका भी मिलता है. यह थेरेपी रूस में शुरू की गई है.

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इस अजीबोगरीब थेरेपी को शुरू करने वाली कंपनी का नाम Prekated Academy है. इसकी स्‍थापना Yakaterina Preobrazhenskaya ने की है. उन्‍होंने बताया कि फ्यूनरल पैकेज के तहत लोगों को अपने डर और एंजाइटी से निपटने में मदद की जाती है. Yakaterina Preobrazhenskaya ने बताया कि यह अनुभव खुद से लड़ने को लेकर है, जिससे व्‍यक्ति जीवन में खुश रह सके. 

कंपनी ने बताया कि ऑनलाइन पैकेज के माध्‍यम से लोगों को डर और एंजाइटी से निपटने के लिए 'स्‍ट्रेस थेरेपी' दी जाती है. लेकिन, अपने पैसे का पूरा मूल्य पाने के लिए Full immersion package का विकल्प चुनना चाहिए.

इंस्‍टाग्राम पोस्‍ट में Yakaterina Preobrazhenskaya ने इस प्रक्रिया के बारे में विस्‍तार से बताया. उन्‍होंने कहा कि जिंदा दफन होना पूरी तरह सुरक्षित है. हम अपने क्‍लाइंट्स को बिना वजह रिस्‍क में नहीं डालते हैं.

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उन्‍होंने बताया कि इस थेरेपी को लेकर कई लोग संपर्क करते हैं, लेकिन हरेक को यह थेरेपी नहीं मिल पाती है. हम लोगों को कई दूसरे विकल्‍प भी प्रदान करते हैं, वह अपनी इच्‍छानुसार इन्‍हें चुन सकता है.

20-60 मिनट जमीन के अंदर रहना पड़ता है दफन 
रिपोर्ट में बताया गया है कि शख्‍स को इस प्रक्रिया के दौरान 20 से लेकर 60 मिनट तक जमीन के अंदर दफन रहना होता है. एक बार यह प्रोसीजर पूरा हो जाता है तो ताबूत भी कस्‍टमर को वापस कर दिया जाता है.

 

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