
यूं तो सोशल मीडिया पर लोगों को बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ता. लेकिन जैसे ही कोई बेमतलब में कूल बनने का नाटक करता है, लोग उसे आईना दिखाने में देर नहीं लगाते. फ़िलहाल ऐसा ही कुछ हमें 'चाय सुट्टा बार' के फाउंडर और युवा उद्यमी अनुभव दुबे के साथ देखने को मिल रहा है.अनुभव दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक फोटो पोस्ट की. अनुभव अपनी इस तस्वीर के जरिये मोटिवेशनल मैसेज देना चाहते थे. मगर जो उनका कैप्शन था, वो लोगों को पसंद नहीं आया और यूजर्स द्वारा उन्हें आड़े हाथों ले लिया गया. अनुभव के ट्वीट पर जमकर प्रतिक्रियाएं आ रही हैं और ज्यादातर यूजर उनकी खिंचाई करते हुए नजर आ रहे हैं.
तस्वीर को कैप्शन देते हुए हुए दुबे ने लिखा कि हमें ऐसे कर्मचारी नहीं चाहिए जो 9 से 5 काम करें. नहीं, बिलकुल भी नहीं. इसके बाद अनुभव ने अपने और अपनी कंपनी को कूल दिखाने के चक्कर में एक आपत्तिजनक बात की जो लोगों को जरा भी पसंद नहीं आई.
इंटरनेट पर वायरल अनुभव की इस तस्वीर को अब तक 7 लाख से अधिक लोगों ने देखा है. तस्वीर पर जैसा लोगों का नजरिया है उन्हें अनुभव की बातों में मोटिवेशन कम हास्य ज्यादा नजर आ रहा है. हर दूसरी प्रतिक्रिया में अनुभव से सवाल यही हो रहा है कि जब उन्हें धंधा करना है और बेचनी चाय ही है तो फिर इसमें सेना का क्या काम.
अनुभव के इस पोस्ट पर यूजर अश्नीर ग्रोवर को भी यूजर्स ने कोट किया और उनकी उस बात को दोहराया जिसमें ग्रोवर की बातों का सार यही था कि अगर आदमी 5 मिनट ही काम करे और काम पूरा कर ले तो ये उस 9 घंटों को खंपाने से कहीं बेहतर है जिसमें वो गपशप में समय बर्बाद करता है.
यदि अनुभव की लिंक्डइन प्रोफाइल पर नजर डालें तो उन्होंने महज 23 साल की उम्र में अपने स्टार्टअप को एक संपन्न मल्टी-मिलियन उद्यम में बदल दिया था. बिजनेस के प्रति जैसा उनका नजरिया था उन्होंने दुनिया भर में 500 से अधिक 'चाय सुट्टा बार' के आउटलेट खोले और स्टार्ट-अप की दुनिया में क्रांति ला दी.
बहरहाल अब जबकि अनुभव ने अपने पोस्ट से एक नई डिबेट को पंख दे दिए हैं. तो हम आपसे ये जरूर पूछना चाहेंगे कि, क्या आप उन बातों से सहमत हैं जिन्हें अनुभव ने कहा है. आप इस वायरल तस्वीर में कही बातों के पक्ष में हैं या विरोध में कमेंट कर ज़रूर बताएं.