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30 साल तक अंडरग्राउंड रही महिला आतंकवादी, ऐसी हालत में पकड़ी गई

पकड़ी गई एक कुख्यात आतंकवादी और यूरोप के सबसे वांटेड भगोड़ों में से एक केलेट है. वह उन तीन एक्स रेड आर्मी गुट के सदस्यों में से एक है जिनकी तलाश पुलिस 30 सालों से कर रही है.

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aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 02 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 11:30 AM IST

एक कुख्यात आतंकवादी समूह की पूर्व सदस्य और यूरोप के सबसे वांटेड भगोड़ों में से एक को 30 साल से अधिक की फरारी के बाद आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है. नवंबर में जनता से मिली गुप्त सूचना के बाद जर्मन अधिकारियों ने 65 वर्षीय डेनिएला क्लेटे को सोमवार दोपहर को बर्लिन के एक अपार्टमेंट से गिरफ्तार कर लिया. अलग नाम से विदेशी पासपोर्ट होने के बावजूद, केलेट ने अपनी गिरफ्तारी का विरोध नहीं किया.

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लोअर सैक्सोनी राज्य के क्रिमिनल पुलिस ऑफिस के प्रमुख फ्रीडो डी व्रीज़ ने उंगलियों के निशान के माध्यम से उसकी पहचान की पुष्टि की. हालांकि उसके पास कोई हथियार नहीं मिला, लेकिन अपार्टमेंट में हैंडगन में यूज होने वाली दो मैगजीन और गोला-बारूद पाए गए.

केलेट उन तीन एक्स रेड आर्मी गुट के सदस्यों में से एक है जिनकी तलाश पुलिस सालों से कर रही है. द मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, वह अर्न्स्ट-वोल्कर स्टॉब और बर्कहार्ड गारवेग के साथ, 1999 और 2016 के बीच उत्तरी जर्मनी में 12 डकैतियों के साथ-साथ हत्या के प्रयास से में शामिल थी.

अधिकारियों का मानना ​​है कि डकैतियों के पीछे का मकसद किसी राजनीतिक एजेंडे के बजाय उनके अंडरग्राउंड जीवन के लिए पैसा इकट्ठा करना था. केलेट को उत्तरी शहर वर्डेन ले जाया गया, जहां एक कोर्ट ने उसे 1999 और 2016 के बीच छह डकैतियों पर संभावित अभियोग लंबित रहने तक हिरासत में रहने का आदेश दिया.
 
डी व्रीज ने कहा- 'हम कई सालों से खुद से पूछ रहे हैं कि कोई 30 सालों तक कैसे अंडरग्राउंड रह सकता है? हम ये सवाल केलेट से जरूर पूछेंगे.' अभियोजक क्लेमेंस एइम्टरबाउमर ने कहा कि केलेट ने अपने खिलाफ आरोपों के बारे में कुछ नहीं कहा है, लेकिन उसने आरोपों को नकारा भी नहीं है. उनके कार्यालय की जांच में रेड आर्मी गुट की उनकी सदस्यता से संबंधित किसी भी कथित आतंकवादी अपराध को शामिल नहीं किया गया है.

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बताते चलें कि रेड आर्मी गुट की शुरुआत वियतनाम युद्ध के विरोध में जर्मन छात्रों द्वारा की गई थी, और इसे 34 लोगों की मौत से जोड़ा गया था. इसने 1998 में खुद को भंग घोषित कर दिया.

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