
आज के समय में दफ्तर में वर्क कल्चर बेहतर रूप में बदला है. इससे जुड़े कई किस्से भी सोशल मीडिया पर पढ़ने को मिल जाते हैं लेकिन कई जगह अब भी स्थिति इतनी अजीब है कि जानकर हैरानी होती है.
हाल में एक महिला ने अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया तो लोग हैरान रह गए. प्रतीक्षा जिचकर ने लिंक्डइन पर नौकरी के लिए इंटरव्यू पास करने के दौरान हुए एक अजीब अनुभव को साझा किया. उसने लिखा कि कैसे रिक्रूटर्स ने उसे नौकरी न देने का अजीब कारण दिया.
'इंटरव्यू के फाइनल राउंड में रिजेक्ट कर दिया क्योंकि...'
दुनिया भर के कार्यस्थलों में रंगवाद एक बहुत गंभीर मुद्दा बना हुआ है. प्रतीक्षा की पोस्ट को देखकर कोई भी समझ सकता है कि कैसे इस स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है. उन्होंने लिखा “मुझे इंटरव्यू के फाइनल राउंड में रिजेक्ट कर दिया गया, क्योंकि मेरी त्वचा का रंग बाकी टीम की तुलना में गोरा है.
प्रतीक्षा ने आगे लिखा- आपने सही पढ़ा, इंटरव्यू के तीन राउंड और असाइनमेंट के 1 राउंड के बाद, सभी प्रासंगिक कौशल, योग्यता और अनुभव के साथ भी मैं इस पोस्ट के लिए ठीक नहीं थी क्योंकि मेरी त्वचा का रंग मौजूदा टीम की तुलना में अधिक गोरा था. अजीब है कि रिक्रूटर्स चाहते थे कि टीम में कोई मतभेद न हो और इसलिए मुझे नौकरी नहीं दी गई.
'आपका स्किन टोन थोड़ा ज्यादा गोरा है...'
प्रतीक्षा ने कंपनी से मिले मेल का स्क्रीनशॉट भी अपने पोस्ट में अटैच किया. इसमें लिखा था-' रिक्रूटमेंट प्रोसेस में शामिल होने का शुक्रिया. लेकिन दुर्भाग्य से हम आपको नौकरी पर नहीं रख सकते. आपका स्किल और क्वालिफिकेशन सब ठीक है लेकिन हम सभी के लिए बराबर मौके का ध्यान रखते हैं और आपका स्किन टोन हमारी टीम की तुलना में थोड़ा ज्यादा गोरा है और हम टीम में कोई विवाद नहीं चाहते. इसलिए आपको नौकरी नहीं दे सकते.'
प्रतिक्षा ने पोस्ट के साथ लिखा, "यहां हम विविधता, समावेशिता, स्थिरता के बारे में बात कर रहे हैं और फिर हम लोगों को रंग, पंथ, धर्म और कई अन्य पूर्वाग्रहों के आधार पर आंक रहे हैं." प्रतीक्षा ने लिंक्डइन पर इसे शेयर किया तो ये कहानी ट्विटर तक भी पहुंच गई.
'ये किस तरह की घटिया बात है...'
प्रतीक्षा को जिस तरह रंग की वजह से पक्षपात का सामना करना पड़ा उससे लोग काफी हैरान थे. कई लोगों ने इसपर ढेरों कमेंट किए. लोगों ने कहा- 'कभी लोगों को सांवले रंग से दिक्कत होती है तो कभी गोरे. काम के आधार पर चयन किया जाना चाहिए. ये किस तरह की घटिया बात है'. वहीं किसी और ने कहा- ये गलत है और आपको इसके लिए इस कंपनी से जवाब मांगना ही चाहिए.