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शायद मर जाऊंगी... बाथरूम में फंसी महिला ने लिपस्टिक से दीवार पर लिखा 'आखिरी मैसेज'

54 साल की एक महिला बाथरूम में नहाने गई थी. नहाने के बाद जब उसने बाहर आने के लिए दरवाजा खोला तो वह जाम हो गया. बाथरूम के दरवाजे का लॉक जाम होने के कारण महिला अंदर ही फंस गई. उसने अपने बचने की उम्मीद खो दी थी. इसलिए उसने लिपस्टिक से दीवार पर अपनी वसीयत लिख डाली.

बाथरूम में लॉक हो गई थी महिला (सांकेतिक फोटो- Getty) बाथरूम में लॉक हो गई थी महिला (सांकेतिक फोटो- Getty)
aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 28 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 1:04 PM IST

एक महिला अपने ही घर के बाथरूम में फंस गई. वह तीन दिन तक बाथरूम में लॉक रही. उसने अपने बचने की उम्मीद खो दी थी. महिला ने लिपस्टिक से दीवार पर अपनी वसीयत भी लिख दी थी, ताकि मरने के बाद उसके परिजन संपत्ति को बराबर बांट ले. लेकिन फिर चमत्कार हो गया.   

दरअसल, थाईलैंड में रहने वाली 54 साल की एक महिला बाथरूम में नहाने गई थी. नहाने के बाद जब उसने बाहर आने के लिए दरवाजा खोला तो वह जाम हो गया. बाथरूम के दरवाजे का लॉक जाम होने के कारण महिला अंदर ही फंस गई. 

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द मिरर के मुताबिक, महिला चौथी मंजिल पर अकेले रहती थी. इसलिए उसकी चीख-पुकार किसी को सुनाई नहीं दी. रात भर वह मदद के लिए पुकारती रही. इसी तरह तीन दिन बीत गए और महिला बाथरूम में ही फंसी रही. उसने मान लिया था कि अब वह नहीं बच पाएगी. 

ऐसे में महिला ने लिपस्टिक से बाथरूम की दीवार पर अपनी वसीयत लिख डाली, ताकि उसके मरने के बाद परिजन संपत्ति का बंटवारा कर सके. इसके साथ उसने अपने करीबी लोगों के लिए एक आखिरी मैसेज भी दीवार पर लिखा. 54 वर्षीय महिला ने लिखा था- 'मैं जिंदा रहने के लिए नल का पानी पी रही हूं और अगर यह खत्म हो जाता है तो मैं शायद मर जाऊंगी. मैं मदद के लिए चिल्ला रही थी, लेकिन कोई नहीं आया.' 

इस तरह महिला को बचाया गया 

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22 अगस्त को बाथरूम में फंसी महिला तीन दिन बीत जाने के बाद भी बाहर नहीं आ सकी. ऐसे में जब महिला से कोई संपर्क नहीं हुआ तो परिजनों को उसकी चिंता हुई. इसके बाद महिला की बहन ने पुलिस से संपर्क किया. बहन के मुताबिक उसने सैकड़ों बार फोन किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. 

सूचना पर पुलिस की टीम महिला के घर पहुंची. दरवाजा तोड़कर जब उसने बाथरूम में देखा तो महिला अंदर बेसुध पड़ी मिली. फौरन महिला को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों को इलाज के बाद उसे छुट्टी दे दी. तीन दिन तक सिर्फ पानी के सहारे जिंदा रहने के कारण महिला थोड़ी कमजोर हो गई थी.  

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