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100 जगह अप्लाई करने के बाद मिली थी जॉब, महिला ने 10 मिनट में छोड़ दी! ये थी वजह

आज के दौर में अच्छी जॉब पाना पहले से कहीं ज्यादा मुश्किल हो गया है. लेकिन सोचिए, अगर किसी को जॉब पाने के लिए 100 से ज्यादा जगहों पर अप्लाई करना पड़े और फिर वह जॉब मिलते ही कुछ ही मिनटों में छोड़नी पड़े.

ऐसा क्या हुआ 10 मिनट में जॉब छोड़नी पड़ी (सांकेतिक तस्वीर-AI) ऐसा क्या हुआ 10 मिनट में जॉब छोड़नी पड़ी (सांकेतिक तस्वीर-AI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 12 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 7:01 PM IST

आज के दौर में अच्छी जॉब पाना पहले से कहीं ज्यादा मुश्किल हो गया है. लेकिन सोचिए, अगर किसी को जॉब पाने के लिए 100 से ज्यादा जगहों पर अप्लाई करना पड़े और फिर वह जॉब मिलते ही कुछ ही मिनटों में छोड़नी पड़े.

ब्रिटेन की सोफी वार्ड के साथ कुछ ऐसा ही हुआ. वह ऑस्ट्रेलिया में नौकरी की तलाश कर रही थीं, जहां उन्हें कई बार रिजेक्शन झेलना पड़ा और कई जगहों पर तो उनका रिज्यूमे भी कंसिडर नहीं किया गया.  आखिरकार जब उन्हें एक जॉब मिली, तो सिर्फ 10 मिनट के अंदर ही उसे छोड़ना पड़ा. आइए जानते हैं कि ऐसा क्या हुआ, जिससे सोफी को यह फैसला लेना पड़ा.

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10 मिनट में नौकरी छोड़ने की असली वजह
सोफी ने वीडियो शेयर कर बताया कि वह इतनी जल्दी नौकरी छोड़कर वहां से निकलीं कि अपना टिफिन भी वहीं भूल आईं. यह जानकर कई लोग हैरान रह गए और उन्होंने सोफी से यह सवाल किया कि आखिर ऐसी क्या वजह रही, जिससे वह महज 10 मिनट ही नौकरी पर टिक पाईं.

पहले तो सोफी ने इस बारे में कुछ नहीं बताया, लेकिन बाद में एक इंटरव्यू में उन्होंने खुलासा किया कि उन्होंने पहले कभी बच्चों के साथ काम नहीं किया था. जब वह नई नौकरी पर पहुंचीं, तो वहां उन्होंने 10 रोते हुए बच्चों को देखा. यह नजारा उनके लिए असहनीय था और वह घबराकर वहां से निकल गईं.

ऑस्ट्रेलिया में नौकरी पाना हुआ मुश्किल
सोफी ने बताया कि उन्हें ऑस्ट्रेलिया में जॉब तलाशने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा. उन्होंने ऑनलाइन, ऑफलाइन और सोशल मीडिया के जरिए कई कंपनियों में अप्लाई किया, लेकिन कहीं भी कामयाबी नहीं मिली. हालात ऐसे हो गए कि एक बड़े ग्रॉसरी स्टोर ने भी उन्हें जॉब देने से इनकार कर दिया.

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सोफी कहती हैं कि उनके पास कस्टमर सर्विस का अच्छा खासा अनुभव था. उन्होंने कई रिटेल स्टोर्स में अपना रिज्यूमे दिया, लेकिन किसी ने कोई जवाब नहीं दिया.

इंटरव्यू के बाद भी नहीं मिला जवाब

सोफी ने यह भी बताया कि कई कंपनियों ने उनके तीन-तीन राउंड इंटरव्यू लिए, लेकिन आखिर में बिना कोई जवाब दिए गायब हो गईं. एक बार तो उनसे कहा गया कि वह अपने वर्क शेड्यूल को टेक्स्ट करें, लेकिन इसके बाद भी कंपनी की तरफ से कोई रिप्लाई नहीं आया.

चाइल्डकेयर में काम करने की कोशिश, लेकिन...
आखिरकार, उन्होंने चाइल्डकेयर सेक्टर में हाथ आजमाने का फैसला किया, लेकिन यह उनके बस की बात नहीं थी. उन्होंने वहां काम करने की कोशिश की, लेकिन 10 मिनट में ही समझ आ गया कि वह यह काम नहीं कर सकतीं.

सबसे मजेदार बात यह थी कि जब वह वहां से जल्दी-जल्दी निकलीं, तो अपना टिफिन भी वहीं भूल आईं. उन्होंने हंसते हुए कहा कि उन्हें सबसे ज्यादा इस बात का गुस्सा आ रहा था कि वह अपनी टिफिन में रखी स्पेगेटी बॉलोग्नीज नहीं खा पाईं. लेकिन अब वापस जाकर टिफिन लेने की हिम्मत नहीं जुटा सकतीं.

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