
न्यूज़ीलैंड की एक महिला ने अपने एक्स बॉयफ्रेंड को इसलिए कानूनी लफड़े में घसीट दिया क्योंकि वह उसे एयरपोर्ट पर ड्रॉप करने नहीं आया. इसके चलते उसका फ्लाइट छूट गई और उसे दूसरी टिकट का खर्च उठाना पड़ा.
न्यूजीलैंड के डिस्प्यूट ट्रिब्यूनल द्वारा जारी कानूनी डॉक्युमेंट्स के अनुसार, महिला ने अपने साढ़े छह साल से साथ रह रहे बॉयफ्रेंड से उसे एक म्यूजिक कॉन्सर्ट से पहले एयरपोर्ट ड्राप करने के लिए कहा था. उसका बॉयफ्रेंड उसके ट्रिप के दौरान उसके घर और कुत्ते काी देखभाल करने को राजी हो गया.
लेकिन आखिरी समय पर वह मुकर गया. इस आखिरी मौके पर महिला को कुत्ते के लिए घर की व्यवस्था और एयरपोर्ट के लिए शटल का इंतजाम करना पड़ा. इस सब में उसकी फ्लाइट भी छूट गई. अब उसने ट्रिब्यूनल में अपने एक्स बॉयफ्रेंड की शिकायत दर्ज की है.
महिला के बॉयफ्रेंड को उसे सुबह 10:00 से 10:15 बजे के बीच पिक करना था, लेकिन वह नहीं आया और उसने फोन भी रिसीव नहीं किया इसलिए महिला की फ्लाइट छूट गई. हालांकि वह दूसरी फ्लाइट से निकल गई लेकिन अपनी छुट्टियों के बाद, अपने बॉयफ्रेंड को डिस्प्यूट ट्रिब्यूनल ले जाने का फैसला किया, जो अदालत की तुलना में तेज़, सस्ता और कम फॉर्मल था.
महिला ने ट्रिब्यूनल को बताया कि उसके बॉयफ्रेंड ने वर्बल कॉन्ट्रैक्ट यानी जुबानी वादे को तोड़ा है. ट्रिब्यूनल ने महिला के दावों को खारिज कर दिया, और फैसला सुनाया कि उसके बॉयफ्रेंड पर अपने वादे निभाने की कोई लीगल ऑब्लीगेशन नहीं थी. ट्रिब्यूनल रेफरी क्रिसिया कोवी ने फैसला सुनाया, "साझेदार, दोस्त और सहकर्मी सामाजिक व्यवस्था में साथ होते हैं लेकिन यह संभावना नहीं है कि उन्हें कानूनी रूप से कुछ करने के लिए मजबूर किया जाए.