
5 घंटे काम और 40 से 50 हजार सैलरी... एक इंटर्न ने इंटरव्यू लेने वाले से ऐसी डिमांड कर दी कि सोशल मीडिया पर उसको लेकर बहस छिड़ गई. खुद इंटरव्यू लेने वाले ने ट्विटर पर एक पोस्ट कर इस बारे में बताया है. उनकी पोस्ट पर यूजर्स ने तरह-तरह के कमेंट्स किए हैं. किसी ने इंटर्न को बहुत ज्यादा महत्वाकांक्षी बताया तो किसी ने वर्क लाइफ बैलेंस का मुद्दा उठाया. आइए जानते हैं पूरा मामला...
दरअसल, ट्विटर पर समीरा खान नाम की यूजर ने 19 जुलाई को एक पोस्ट कर बताया कि वो एक GenZ इंटर्न का इंटरव्यू ले रही थी. इस दौरान इंटर्न ने कहा कि वह 5 घंटे से ज्यादा काम नहीं कर सकता. वो वर्क-लाइफ बैलेंस की तलाश में है. उसे MNC कल्चर पसंद नहीं, इसलिए स्टार्ट अप में काम करना चाहता है. साथ ही 40-50 हजार स्टाइपेंड भी चाहता है.
समीरा के ट्विटर बायो के मुताबिक, वो इंफीडो (Infeedo) की हेड हैं. साथ ही गोवा स्थित कैफे गोल्डस्पॉट की फाउंडर भी हैं. उनके ट्विटर पोस्ट को करीब 7 लाख व्यूज मिल चुके हैं. सैकड़ों यूजर्स ने इसपर रिएक्ट भी किया है.
खुद समीरा लिखती हैं- वाह, मुझे उम्मीद नहीं थी कि यह ट्वीट इतना तूल पकड़ लेगा. मुझे काफी दिलचस्प ओपिनियन देखने को मिले. फिलहाल, इस मसले पर मेरा विचार यह है कि वर्क-लाइफ बैलेंस को प्राथमिकता देना बहुत अच्छा है, लेकिन पहले इंटर्नशिप की तलाश में आए व्यक्ति को सीखने, ग्रोथ, अच्छे प्रोजेक्ट्स और सहकर्मियों पर ध्यान चाहिए. नहीं तो आखिर में सब बैलेंस बिगड़ जाता है.
बकौल समीरा- पहली कुछ इंटर्नशिप से आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि आप काम के संदर्भ में अपने करियर से क्या चाहते हैं.
कल्पना करें कि वर्क-लाइफ में बैलेंस हो, लेकिन आपको जो 5 घंटे का काम करना है या जिन लोगों के साथ काम करना है, उनसे ही नफरत हो, तो फिर कैसे चलेगा?
फिलहाल, इंटर्न की डिमांड ने सोशल मीडिया यूजर्स के बीच बहस छेड़ दी है. एक यूजर ने कमेंट किया- स्टार्ट अप में रोजाना 5 घंटे काम? सोचना भी मत. दूसरे ने लिखा- अगर ऐसा हो जाए तो फिर क्या ही कहने. तीसरे न कहा- पहले इंटर्नशिप कर लेनी चाहिए फिर इन बातों के बारे में सोचना चाहिए.
एक अन्य यूजर ने कमेंट किया- काम और लाइफ के बीच बैलेंस बनाने वाले फॉर्मूले पर पूरी दुनिया में विचार चल रहा है. फिर हमारे यहां बात करने में हिचक क्यों? कई यूजर्स ने इंटर्न की बातों से सहमति भी जताई.