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मुंबई: महिला स्पेशल ट्रेन ने पूरा किया 26 साल का सफर

पश्चिम रेलवे के मुख्य प्रवक्ता रविंद्र भाकर ने कहा- ‘महिला यात्रियों के लिए पूरी ट्रेन समर्पित करने का यह कदम इतिहास के पन्नों में दर्ज है और पश्चिम रेलवे ने दूसरे रेल मंडलों के लिए इस मामले में एक नजीर पेश की है.’

प्रतीकात्मक फोटो. प्रतीकात्मक फोटो.
अभि‍षेक आनंद
  • नई दिल्ली,
  • 05 मई 2018,
  • अपडेटेड 4:51 PM IST

मुंबई में चर्चगेट और बोरीवली स्टेशनों के बीच शुरू हुई विश्व की पहली ‘महिला विशेष’ ट्रेन ने आज 26 वर्ष का सफर पूरा कर लिया. पश्चिम रेलवे ने 5 मई 1992 को इस उपनगरीय ट्रेन की शुरुआत की थी. इन दो स्टेशनों के बीच चलने वाली यह ट्रेन केवल महिला सवारियां ले जाती थी. शुरुआत में इसकी प्रतिदिन केवल दो सेवाएं थी जो अब बढ़कर प्रतिदिन आठ हो गई है, चार सुबह और चार शाम.

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पश्चिम रेलवे के मुख्य प्रवक्ता रविंद्र भाकर ने कहा- ‘महिला यात्रियों के लिए पूरी ट्रेन समर्पित करने का यह कदम इतिहास के पन्नों में दर्ज है और पश्चिम रेलवे ने दूसरे रेल मंडलों के लिए इस मामले में एक नजीर पेश की है.’

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उन्होंने कहा- कई वर्षों तक एक पूरी ट्रेन महिला यात्रियों के लिए चलाना एक मील के पत्थर से कम नहीं है और इसने यकीनन करीब 10 लाख से अधिक मुंबई की महिलाओं को उनके घर से कार्यस्थल तक सुरक्षित जाने में मदद की. पश्चिम रेलवे की ओर से जारी बयान के अनुसार पहली महिला विशेष ट्रेन की शुरुआत चर्चगेट से बोरीवली के बीच की गई थी जिसे बाद में वर्ष 1993 में विरार तक बढ़ा दिया गया था.

भाकर के मुताबिक, ट्रेन रोजाना लाखों महिलाओं को उनके गंतव्य तक पहुंचने में मदद कर रही है, जो विश्व में किसी भी उपनगरीय परिवहन प्रणाली के लिए एक मील का पत्थर है.

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