
हरियाणा के फेमस यूट्यूबर और एक्टर दुष्यंत कुकरेजा ने अपनी सफलता के पीछे के राज का खुलासा किया है. आज तक से बातचीत में उन्होंने अपने काम करने के तरीके के बारे में खुलकर बात की. 23 साल के इस क्रिएटर ने बताया है कि वह यूट्यूब पर कैसे बेहद कम वक्त में सफल हो गए, वह भी खासतौर से शॉर्ट्स वीडियो बनाकर. बता दें कि यूट्यूब ने 5 दिसंबर 2022 को साल के टॉप-20 क्रिएटर्स के नाम जारी किए थे. इनमें दुष्यंत का नाम 4th पोजिशन पर था.
आज तक से बातचीत में दुष्यंत ने खोले कम समय में सफलता के राज, देखें VIDEO
दुष्यंत कुकरेजा के यूट्यूब चैनल के 2 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं. वह चैनल पर ज्यादातर फनी शॉर्ट्स अपलोड करते हैं. उनके कई वीडियोज पर तो 20 करोड़ से ज्यादा व्यूज हैं. उन्होंने बताया कि उनके चैनल की सफलता में उनकी बहन की भी 50 फीसदी मेहनत है. दुष्यंत की बहन प्रियल कुकरेजा भी यूट्यूब क्रिएटर हैं और प्रियल के यूट्यूब चैनल पर भी करीब 1.2 करोड़ सब्सक्राइबर्स हैं.
दुष्यंत ने अपना यूट्यूब चैनल साल 2015 में शुरू किया था लेकिन उनका कहना है कि उन्हें पिछले दो साल में ही जबरदस्त सफलता मिली है. दुष्यंत ने कहा- कई सालों की मेहनत है. लेकिन मेरा यूट्यूब चैनल पिछले दो साल में तेजी से बढ़ा है. दो साल पहले हमारे करीब 40 हजार ही सब्सक्राइबर्स थे. लेकिन अब यह बढ़कर करीब 2 करोड़ हो गए हैं.
उन्होंने कहा कि इतनी तेज ग्रोथ इसलिए हुई क्योंकि जब यूट्यूब पर शॉर्ट्स फीचर आया तो हम उस पर काम करने लगे. हमारे बहुत वीडियो वायरल हो गए.
दुष्यंत ने वीडियोज वायरल होने का कारण भी बता दिया. उन्होंने कहा- मैंने जो शॉर्ट्स बनाए वह इतने कॉमन टॉपिक और ट्रेंडिंग टॉपिक्स पर बनाए कि वह लोगों के लिए रिलेटेबल होते थे. इसकी वजह से वे वायरल होते गए. मेरे साथ मेरी बहन (प्रियल कुकरेजा) वीडियोज वॉइस ओवर करती है और मैं उस पर एक्ट करता.
‘हमने अमेरिका बनाम भारत टॉपिक से शुरू किया था. ये भारत के लोगों को खूब पसंद आया. जैसे कि हमने कोई ऐसी टेक्नलॉजी पर वीडियो बनाया जो अमेरिका में तो है लेकिन इंडियन के पास नहीं है. ऐसे में इंडियन कैसे जुगाड़ से वह काम करते हैं इसके बारे में वीडियोज बनाए.’
दुष्यंत मूलरूप से हरियाणा के हिसार के रहने वाले हैं. उन्होंने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया है. इसी यूनिवर्सिटी से उन्होंने एमबीए की डिग्री भी ली है. दुष्यंत ने बताया- हम लोगों ने कॉलेज के दिनों से ही कंटेंट क्रिएशन का काम शुरू कर दिया था. बैन होने से पहले टिकटॉक पर भी हमारे करीब 23 लाख फॉलोअर्स थे. साल 2020 के कोविड लॉकडाउन के बाद हमने यूट्यूब पर सक्रिय रूप से काम करना शुरू किया था.
दुष्यंत ने बताया कि उनकी मां टीचर हैं और पिता बैंकर हैं. उनके पैरेंट्स चाहते थे वह इंजीनियर बनें. उन्होंने कहा- मैं पढ़ाई में भी अच्छा था. दसवीं में 90 फीसदी मार्क्स थे. लेकिन बाद में मुझे लगा कि मैं आईआईटी क्रैक नहीं कर सकता हूं तो मैंने बारहवीं कॉमर्स स्ट्रीम से की. इसमें मुझे 87 फीसदी मार्क्स आए थे. फिर ग्रेजुएशन के दौरान ही मैंने टिकटॉक वीडियो बनाना शुरू कर दिया था.
दुष्यंत ने कहा कि एक मिनट से भी कम के शॉर्ट्स बनाने में उन्हें करीब 2 से 3 घंटे लगते हैं. उन्होंने कहा- मेहनत दिमाग लगाने का है. स्क्रिप्ट के ऊपर बहुत काम करना पड़ता है. 2 से 3 घंटे तो कंटेंट के बारे में हमें सोचने में ही लग जाते हैं. वीडियो प्रोड्यूस में तो सिर्फ 15 से 20 मिनट ही लगते हैं.
दुष्यंत बताते हैं कि उन्होंने यूट्यूब से सीख कर वीडियो बनाना शुरू किया था. वह मूवीज बहुत ज्यादा देखते हैं और उससे बहुत सीखते हैं. दुष्यंत ने बताया कि वह फुल-टाइम एक्टिंग करना चाहते हैं. वह सबकुछ यूट्यूब के जरिए ही पाना चाहते हैं. दुष्यंत ने बताया कि यूट्यूब से उन्हें एक महीने में अधिकतम 4 लाख रुपए तक की कमाई हुई है.