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ट्रंप vs कमला हैरिस: पहली डिबेट पर दुनिया की नजर, जानिए नियम-टॉस और मुद्दों से जुड़े हर सवाल का जवाब

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले उम्मीदवारों के बीच अहम मुद्दों पर बहस कराई जाती है. इसके आधार पर वोटर्स उम्मीदवारों को लेकर अपनी राय बनाते हैं. इसे ही प्रेसिडेंशियल डिबेट कहा जाता है. इलेक्शन से पहले ऐसी दो या तीन डिबेट कराई जाती है. अमेरिकी इतिहास की पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट डेमोक्रेटिक पार्टी के जॉन एफ कैनेडी और रिपब्लिकन पार्टी के रिचर्ड निक्सन के बीच हुई थी.

डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 10 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 11:19 AM IST

अमेरिका में पांच नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव होना है. दोनों प्रमुख पार्टियों डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन के उम्मीदवार कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप की भारतीय समयानुसार बुधवार सुबह छह बजे से लाइव टीवी डिबेट होगी. राष्ट्रपति चुनाव के लिए यह ट्रंप और कमला हैरिस की पहली टीवी डिबेट है, जिसे चुनाव जीतने के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है. ऐसे में इस डिबेट से जुड़ी कई अहम बातों को जान लेना जरूरी है.

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2024 के राष्ट्रपति चुनाव की यह दूसरी लाइव डिबेट होगी, जिसका आयोजन ABC न्यूज चैनल कर रहा है. यह डिबेट 90 मिनट की होगी, जिसे फिलाडेल्फिया के नेशनल कॉन्स्टिट्यूशन सेंटर में कराया जाएगा. बेशक यह ट्रंप और हैरिस की पहली डिबेट है लेकिन इस चुनाव के हिसाब से यह दूसरी और आखिरी डिबेट है.

प्रेसिडेंशियल डिबेट क्या होती है?

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले उम्मीदवारों के बीच अहम मुद्दों पर बहस कराई जाती है. इसके आधार पर वोटर्स उम्मीदवारों को लेकर अपनी राय बनाते हैं. इसे ही प्रेसिडेंशियल डिबेट कहा जाता है. इलेक्शन से पहले ऐसी दो या तीन डिबेट कराई जाती है. अमेरिकी इतिहास की पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट डेमोक्रेटिक पार्टी के जॉन एफ कैनेडी और रिपब्लिकन पार्टी के रिचर्ड निक्सन के बीच हुई थी.

किन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा?

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इस डिबेट में ट्रंप और कमला हैरिस कई अहम मुद्दों पर एक-दूसरे पर हावी नजर आ सकते हैं. इस दौरान अर्थव्यवस्था से लेकर इमिग्रेशन, अबॉर्शन लॉ, रूस यूक्रेन युद्ध और फॉरेन पॉलिसी पर जमकर बहसबाजी होने की संभावना है. 

लाइव टीवी डिबेट की खास बातें क्या-क्या होंगी?

- इस डिबेट में लाइव ऑडियन्स नहीं होगी. हालांकि, पिछली डिबेट में भी लाइव ऑडियन्स नहीं थी.

- डिबेट के दौरान लाइव माइक्रोफोन की सुविधा भी नहीं होगी. इसका मतलब है कि जब एक उम्मीदवार बोल रहा होगा तो दूसरे उम्मीदवार का माइक बंद रहेगा. 

- इस डिबेट को मॉडरेट एबीसी न्यूज के एंकर डेविड मुइर और लिंसे डेविस करेंगे. 

- इस डिबेट का सीधा प्रसारण एबीसी न्यूज के अलावा डिज्नी प्लस, हुलु और फॉक्स न्यूज पर होगा.

डिबेट से पहले क्यों होता है टॉस?

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान अमूमन दो या तीन टीवी डिबेट होती हैं. इन डिबेट से पहले दोनों पार्टियों के उम्मदीवारों के बीच कॉइन टॉस कराया जाता है. इस टॉस के जरिए यह निर्धारित किया जाता है कि कौन सा प्रतिभागी डिबेट पोडियम पर किस तरफ (दायां या बायां) खड़ा होगा. या फिर डिबेट के अंत में क्लोजिंग रिमार्क्स देगा. इस डिबेट से पहले होने वाला टॉस हो चुका है, जिसे ट्रंप ने जीत लिया है.

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ट्रंप ने टॉस जीतकर डिबेट का क्लोंजिंग रिमार्क्स देने का फैसला किया है. इसका मतलब है कि अब डिबेट में सबसे आखिर में ट्रंप बोलेंगे और इसके बाद यह डिबेट खत्म हो जाएगी. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की टीवी डिबेट में क्लोजिंग रिमार्क्स का बहुत महत्व है. आखिर में बोलने वाला उम्मीदवार कई मायनों में दर्शकों को प्रभावित कर सकता है. 

इसके साथ ही कमला हैरिस को पोडियम पर अपनी मनपसंद जगह खड़े होने का मौका मिला. कमला हैरिस ने पोडियम पर राइट हैंड साइड में खड़े होने का चुनाव किया. बता दें कि बाइडेन आखिरी डिबेट में राइट हैंड साइड में ही खड़े हुए थे.

28 जून की CNN की डिबेट पड़ी थी बाइडेन पर भारी

इससे पहले 28 जून को हुई पहली लाइव टीवी डिबेट में ट्रंप और राष्ट्रपति जो बाइडेन आमने-सामने थे. इस डिबेट को सीएनएन ने कराया था. इस डिबेट में खराब परफॉर्मेंस के बाद बाइडेन ने राष्ट्रपति चुनाव से कदम पीछे खींच लिए थे, जिस वजह से कमला हैरिस को डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया था.

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