G-20 देशों के विकास मंत्रियों का समूह वाराणसी आने पर काशी की थाती देखेगा. योगी सरकार ने काशी को बेहद आकर्षक तरीके से सजाया है. अपर नगर आयुक्त राजीव राय ने बताया कि मेहमानों के रूट पर ऑर्नामेंटल टावर लगाए गए हैं.
अपर नगर आयुक्त के मुताबिक हरहुआ चौराहे से लेकर ट्रेड फैसिलिटेशन सेंटर की तरफ और एक ऑर्नामेंटल टावर चौराहे की दूसरी तरफ है. इसी तरह अम्बेडकर चौराहा, कचहरी चौराहा और कमिश्नर रेजिडेंस के पास और नमो घाट पर भी ऑर्नामेंटल टावर लगाए गए हैं.
राजीव राय ने बताया कि अलग-अलग टावर को कई आकर्षक आकृति में बनाया गया है. रंग बिरंगी रोशनी से नहाए हुए ऑर्नामेंटल टावर शहर की खूबसूरती को चार चांद लगा रहे हैं.
लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट समेत 7 वीआईपी मार्गों पर बेहतरीन लाइटिंग की गई है. रास्ते में पड़ने वाले अंडर पास, फुट ओवर ब्रिज को लाइट और फसाड लाइट से जगमग किया गया है.
एयरपोर्ट से अतुलानन्द तक डिवाइडर पर लगे पौधों पर पड़ने वाली रोशनी अद्भुत आभा बिखेर रही है. चौराहे एयरपोर्ट से हरहुआ मार्ग के ब्रिज पर जी-20 देशों के झंडे लगाए गए हैं. वरुणा ब्रिज को भी फूलों और अलग-अलग रंगों की लाइटों से सजाया गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठक की शुरुआत में एक विशेष वीडियो संबोधन देंगे, जिसकी अध्यक्षता विदेश मंत्री एस जयशंकर करेंगे. विदेश मंत्रालय के अनुसार, लगभग 200 प्रतिनिधियों के बैठक में भाग लेने की उम्मीद है.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि वाराणसी की बैठक विकास की बढ़ती चुनौतियों के बीच हो रही है, जो आर्थिक मंदी, ऋण संकट, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव, बढ़ती गरीबी और असमानता, खाद्य और ऊर्जा असुरक्षा, वैश्विक आपूर्ति-श्रृंखला व्यवधान और भू-राजनीतिक संघर्ष और तनाव पर फोकस करेगी.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि बैठक में दो मुख्य सत्र होंगे. एक 'बहुपक्षवाद: एसडीजी की दिशा में प्रगति में तेजी लाने के लिए सामूहिक कार्रवाई' और दूसरा 'हरित विकास: एक जीवन शैली (पर्यावरण के लिए जीवन शैली) दृष्टिकोण' पर होगा.