Advertisement

खुशहालपुर गांव के किसान को हुई इत्ती खुशी... भैंस ने जन्मा बच्चा, डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को बुला लिया दूध पीने

UP News: खुशहालपुर गांव निवासी किसान जसवीर सिंह की गर्भवती भैंस ने हाल ही में एक लवारे (पाड़ा) जन्मा है. इस खुशी के बीच गांव के किसी युवक ने जसवीर को सलाह दे डाली कि पुलिसकर्मियों को भैंस का दूध पिलाने बुला लो. 

किसान ने पुलिस को दूध पीने बुलाया. किसान ने पुलिस को दूध पीने बुलाया.
aajtak.in
  • अमरोहा ,
  • 27 जून 2024,
  • अपडेटेड 1:40 PM IST

UP News: अमरोहा जिले के खुशहालपुर गांव से अजीबो गरीब मामला सामने आया है. अपनी भैंस के ब्याहने पर एक किसान ने डायल 112 पर कॉल कर पुलिस बुला ली. आनन फानन में मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने कारण पूछा तो किसान ने बताया कि उसे किसी मदद की जरूरत नहीं है, बल्कि आपको तो भैंस का दूध पिलाने बुलाया है. यह सुनकर पुलिसकर्मी हैरान रह गए और फिर किसान को नसीहत देकर बिना दूध पिए लौट गए. 

Advertisement

रहरा थाना इलाके के खुशहालपुर गांव निवासी किसान जसवीर सिंह की गर्भवती भैंस ने हाल ही में एक लवारे (पाड़ा) जन्मा है. इस खुशी के बीच गांव के किसी युवक ने जसवीर को सलाह दे डाली कि पुलिसकर्मियों को भैंस का दूध पिलाने बुला लो. 

इसके बाद बिना कुछ सोचे समझे किसान जसवीर ने डायल 112 पर कॉल लगा दिया और किसी मदद के बहाने पीआरवी को बुला लिया. करीब दस मिनट में मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों को कारण पता चला तो उन्होंने अपना सिर पकड़ लिया. इस पूर वाकए का वीडियो पुलिस कॉप सचिन कौशिक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया है. 

वीडियो में पशुपालक किसान को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि उसके साथ किसी तरह का कोई अपराध नहीं हुआ है. उसने तो सिर्फ अपनी भैंस के ब्याहने की खुशी में दूध पिलाने के लिए पुलिस को बुलाया है. 

Advertisement

इस पर एक पुलिसकर्मी ने पूछा कि क्या तुम हमारा नाम जानते हो, जो दूध पिलाने बुला लिया? जवाब में किसान ने मुस्कुराते हुए किसी दूसरे शख्स की तरफ इशारा करते हुए कहा, ''ये भैया आपका नाम जानते हैं.'' 

हालांकि, फिर पुलिस ने किसान को नसीहत देते हुए कहा कि डायल 112 पर शिकायत करके पीआरपी किसी इमरजेंसी सहायता के लिए बुलाई जाती है. इसका दुरुपयोग कर पुलिसकर्मियों का बेवजह समय बर्बाद न करवाएं, क्योंकि हर एक कॉल राजधानी लखनऊ के कंट्रोल रूम में रिकॉर्ड होता है. पुलिस ने माना कि किसान को जानकारी नहीं कि किन परिस्थितियों में पीआरवी को कॉल करके बुलाया जाता है. 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement