
यूपी के मेरठ में लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए वित्तीय प्रलोभन देने के आरोप में एक पादरी को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने बताया कि धर्म परिवर्तन मामले का मुख्य आरोपी रवि कुमार आजाद उर्फ रवि पास्टर अगस्त 2024 में मामला दर्ज होने के बाद से फरार था. इससे पहले मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.
मेरठ जिला पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक, सहारनपुर के कुतुबशेर थाना क्षेत्र के जाटव नगर निवासी आजाद को बुधवार सुबह गिरफ्तार किया गया. प्रवक्ता ने बताया कि मेरठ क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह और योगेश चंद के नेतृत्व में एटीएस मेरठ की सहायता से एक विशेष टीम ने एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए आजाद को सहारनपुर के पैठ बाजार क्षेत्र में भौरा मंदिर चौकी के पास से गिरफ्तार किया.
मनोज त्यागी की शिकायत पर 12 अगस्त 2024 को मामला दर्ज किया गया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि आजाद और उनके साथी अनुसूचित जाति समुदाय और अन्य सामाजिक पृष्ठभूमि के लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर कर रहे थे. उन्होंने दावा किया कि आरोपियों ने उन्हें वित्तीय सहायता का लालच दिया और धर्म स्वीकार करने के लिए मनोवैज्ञानिक दबाव बनाया.
अधिकारी ने बताया कि शिकायत के आधार पर यहां कंकरखेड़ा थाने में उत्तर प्रदेश गैरकानूनी धार्मिक धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम, 2021 के तहत आजाद और छह अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. मामले की जांच मेरठ क्राइम ब्रांच कर रही है. पांच आरोपियों को पहले ही जेल भेजा जा चुका है.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुख्य आरोपी आजाद घटना के बाद से फरार था. पुलिस उसे पकड़ने के लिए लगातार प्रयास कर रही थी, जिसके चलते उसे गिरफ्तार कर लिया गया.