
उत्तर प्रदेश के कांग्रेस नेता अजय राय की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. अजय राय की ओर से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को लेकर दिए गए लटके-झटके वाले बयान पर सियासी घमासान मचा हुआ है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) हमलावर है तो वहीं अब इसे लेकर अजय राय के खिलाफ एक्शन भी शुरू हो गया है.
राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने अजय राय को समन किया है तो वहीं केस भी दर्ज हो गया है. वहीं, सोनभद्र जिले के रॉबर्ट्सगंज में केस भी दर्ज हो गया है. राष्ट्रीय महिला आयोग ने स्मृति ईरानी को लेकर अजय राय के बयान का संज्ञान लिया है. राष्ट्रीय महिला आयोग ने अजय राय के बयान को आपत्तिजनक बताते हुए इसकी निंदा की है.
महिला आयोग ने अजय राय को समन भी जारी किया है. राष्ट्रीय महिला आयोग की ओर से समन जारी कर अजय राय से 28 दिसंबर को दोपहर 12 बजे पेश होने के लिए कहा गया है.
रॉबर्ट्सगंज में हुई एफआईआर
अजय राय के खिलाफ सोनभद्र जिले में मुकदमा दर्ज हुआ है. स्मृति ईरानी को लेकर अजय राय के बयान को लेकर सोनभद्र जिले की बीजेपी नेता ने केस दर्ज कराया है. जानकारी के मुताबिक सोनभद्र जिले में बीजेपी महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष पुष्पा सिंह ने अजय राय के खिलाफ रॉबर्ट्सगंज कोतवाली में केस दर्ज कराया है. पुलिस ने अजय राय के खिलाफ धारा 354 A, 501 और 509 के तहत केस दर्ज किया है.
अब एक तरफ अजय राय पर केस दर्ज हुआ है तो वहीं दूसरी तरफ स्मृति ईरानी ने एक बार फिर पलटवार किया है. उन्होंने कहा है कि अगर गांधी खानदान को पंसंद है ऐसी अभद्र भाषा तो ये कांग्रेस के संस्कारों का दर्शाता है. क्यों कांग्रेस के नेता को लगता है. मोदी को मौत के घाट उतारने की बात करो तो सोनिया जी खुश हो जाएंगी.
सोनभद्र में दिया था विवादित बयान
गौरतलब है कि अजय राय सोनभद्र में स्मृति ईरानी को लेकर बयान दिया था जिसपर घमासान मच गया. बीजेपी ने अजय राय और कांग्रेस पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. अजय राय ने सोनभद्र में कहा था कि स्मृति ईरानी अमेठी में आती हैं और लटके-झटके देकर चली जाती हैं. कांग्रेस नेता अजय राय के इस बयान पर विवाद बढ़ गया.
बयान पर कायम अजय राय
अजय राय के बयान पर विवाद बढ़ा, माफी मांगने की मांगें भी जोर पकड़ने लगीं. अजय राय ने साफ किया कि वे अपने बयान पर कायम हैं. अजय राय ने साफ कहा था कि उन्होंने किसी असंसदीय भाषा का उपयोग नहीं किया और माफी कत्तई नहीं मांगेंगे. उन्होंने आजतक से बात करते हुए कहा कि जनता अपने प्रतिनिधि को अपने बीच चाहती है. अमेठी में सड़कें टूटी हैं, सारे काम रुके पड़े हैं और आप आकर केवल घूमकर चले जाएंगे. इसे लटके-झटके ही तो कहा जाएगा.